सिधौना : गौरहट में गोमती की घुमावदार धारा में नहाते डूबे 3 मासूम बच्चे, 1 का मिला शव, कुछ साल पूर्व उसी घाट पर उतरे थे गृहमंत्री अमित शाह





सिधौना। खानपुर थानाक्षेत्र के एक सप्ताह के अंदर दूसरी बहुत बड़ी दुःखद घटना हो गई। खानपुर थानाक्षेत्र के गोमती नदी किनारे बसे गौरहट में सोमवार को 3 बच्चे नहाते हुए गोमती नदी के घुमावदार मुहाने पर डूब गए। घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। सूचना के बाद मौके पर भारी भीड़ जुट गई। वहीं पुलिस भी पहुंच गई। इसके बाद उन तीनों की तलाश में स्थानीय गोताखोर कूदे और काफी देर की मशक्कत के बाद एक बच्चे की लाश मिली। लेकिन दो बच्चों का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। सोमवार की शाम 7 बजे अंधेरा होने तक गोताखोर बच्चों की तलाश कर रहे थे। वहीं एक बच्चे की लाश मिलने के बाद परिजनों में हाहाकार मच गया। वहीं गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। पूरे गांव के लोग गोमती नदी किनारे पहुंच गए हैं। ये घटना उसी जगह पर हुई है, जहां पर कुछ वर्षों पूर्व भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने नाव से आकर सौभाग्य योजना का शुभारंभ किया था और उसी गांव में पात्र के घर में दीप जलाकर योजना का शुभारंभ पूरे देश में किया था। 6 साल का दीपांशु कुमार पुत्र श्यामसुंदर, 7 साल का रितेश कुमार पुत्र सिकंदर व 8 साल का आरके राम उर्फ छोटक पुत्र द्वारिका प्रसाद आपस में दोस्त थे। वो क्रमशः कक्षा 1, 2 व 3 में गांव के ही प्राथमिक स्कूल में पढ़ते थे। वर्तमान में स्कूल में उनकी परीक्षा चल रही है, जिससे वो तीनों परीक्षा देने भी गए थे। तीनों बच्चे आए दिन गोमती नदी में नहाते रहते थे। आज भी तीनों स्कूल में परीक्षा देकर आए और गोमती में नहाने लगे। वहां पर गोमती नदी का एकदम यू आकार में घुमाव है, जिससे वहां पर पानी की धारा काफी अधिक घुमावदार है। वहीं पर कुछ साल पूर्व 26 फरवरी 2019 को वर्तमान गृहमंत्री अमित शाह नदी के रास्ते नाव से आए थे और आजादी के बाद से अब तक बिजली विहीन गांव में बिजली का बल्ब व दीप जलाकर सौभाग्य योजना का पूरे देश में शुभारंभ किया था। जिसके बाद से ही ये गांव काफी समय तक राष्ट्रीय पटल पर छाया रहा। इस बीच सोमवार की दोपहर में वो बच्चे गोमती नदी के उसी यू शेप घाट पर नहा रहे थे। इस बीच रितेश नहाते हुए डूबने लगा तो उसे बचाने के लिए बाकी दोनों चले गए। जिसके चलते वो दोनों भी डूब गए। एक साथ 3 बच्चों के डूबने की घटना का पता चलने के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया। इधर उन्हें डूबते हुए वहां मौजूद लोगों ने देखा तो शोर मचाते हुए नदी में कूदे और एक बच्चे दीपांशु को बचा लिया। उस समय उसकी सांस चल रही थी। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाने लगे लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। लेकिन बाकी दोनों बच्चों को नहीं तलाश सके। इधर घटना की सूचना पाकर हर कोई दौड़ते हुए नदी किनारे पहुंचने लगा। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों से बच्चों की तलाश शुरू कराई। इधर दीपांशु की मौत के बाद परिजनों के साथ ही पूरे गांव के लोगों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं बाकी दोनों बच्चों की भी तलाश जारी है। घटना के बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट वाराणसी की तरफ से घाट के दूसरी तरफ पहुंचे। वहीं तहसीलदार देवेंद्र यादव, क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार, नायब तहसीलदार विजयकांत पांडेय आदि गौरहट स्थित घटनास्थल पर पहुंचे। कुछ ही देर में वाराणसी से एसडीआरएफ की टीम पहुंची लेकिन अंधेरा होने के चलते गोताखोरों द्वारा ढूंढने की बजाय महाजाल डालकर तलाश कराई जाने लगी। घटना के बाद मौके पर भारी भीड़ जुट गई थी। हर किसी की आंखें नम थीं। बता दें कि 3 दिनों पूर्व खानपुर थानाक्षेत्र के ही उचौरी में डबल मर्डर कांड हुआ था। इस घटना के बाद अब ऐसी हृदयविदारक घटना के बाद लोगों में शोक का माहौल है। वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक दीपांशु अपनी इकलौती बहन का इकलौता भाई व माता-पिता का इकलौता पुत्र था। हृदय के टुकड़े की लाश देख रहे परिजनों की चीत्कार सुनकर हर कोई कांप जा रहा था। वहीं रितेश दो भाईयों में छोटा व आरके तीन भाईयों में सबसे छोटा है।



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