गाजीपुर : सपा सांसद द्वारा संसद में राणा सांगा को गद्दार कहने पर गर्माया माहौल, क्षत्रिय महासभा ने पुतला फूंककर की कार्रवाई की मांग



गाजीपुर। सपा से राज्यसभा सांसद के राणा सांगा पर दिए गए बयान के बाद माहौल गरमा गया है। इस मामले में विरोध दर्ज कराते हुए सोमवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा ने एसपी कार्यालय के सामने राज्यसभा सांसद का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की। सोमवार को जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह के नेतृत्व में सपा से रास सांसद रामजीलाल सुमन का पुतला लेकर जुलूस निकाला गया। इसके बाद एसपी कार्यालय के सामने पुतला फूंककर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रक पत्रक सौंपा गया। जिलाध्यक्ष ने पत्रक में कहा कि सपा से राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने भारत के महान सनातनी योद्धा, वीर राजपूत सम्राट महाराणा सांगा को संसद में गद्दार कहकर न केवल उनके गौरवशाली इतिहास का अपमान किया है, बल्कि पूरे सनातनी समाज की भावनाओं को गहरी ठेस पहुँचाई है। कहा कि इस अपमानजनक टिप्पणी से पूरा क्षत्रिय समाज भी आक्रोशित है। कहा कि महाराणा सांगा न केवल राजस्थान बल्कि संपूर्ण भारतवर्ष के लिए वीरता, त्याग और धर्मनिष्ठा का प्रतीक रहे हैं। उन्होंने विदेशी आक्रांताओं के विरुद्ध अपने जीवनकाल में अनेकों युद्ध लड़े और राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। ऐसे वीर पुरुष को गद्दार कहना न केवल ऐतिहासिक तथ्यों का अनादर है, बल्कि राजपूत समाज और समस्त सनातन धर्म के अनुयायियों का अपमान भी है। कहा कि ये टिप्पणी भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19(2) के तहत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग है, जो कि राष्ट्र के प्रतिष्ठित नायकों का अपमान कर सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का कुत्सित प्रयास है। कहा कि आरोपी सांसद ने ऐसा करके विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने व धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने का काम किया है। ऐसे में उन्होंने मांग किया कि सपा सांसद रामजीलाल सुमन के इस अपमानजनक बयान की उच्च स्तरीय जांच कराने के साथ ही उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही कर सजा दिलाएं, ताकि भविष्य में कोई भी राष्ट्र के महान विभूतियों का इस प्रकार से अपमान करने का दुस्साहस न कर सके। इसके साथ ही संसद में इस तरह की अमर्यादित और भ्रामक टिप्पणियों पर प्रतिबंध लगाने हेतु सख्त नियम लागू करने की मांग की। इस मौके पर तारकेश्वर सिंह, सत्यजीत सिंह, आदित्य सिंह, पुष्कर सिंह, मनीष सिंह, सत्यम सिंह, विशाल सिंह, मणि सिंह, मनीष सिंह, भवानी प्रताप सिंह, भोलू सिंह, अमन सिंह आदि रहे।