सिधौना : सरकारी धन का गबन करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के हैंडपंप की फोटो खींचकर पास करा लिया बजट, प्रधान का पॉवर सीज





सिधौना। सरकारी धन को गबन करने के लिए लोग किस-किस तरह के हथकंडे अपनाते हैं, इसकी एक बानगी क्षेत्र के सिंगारपुर गांव में देखने को मिली है। जिसके बाद ग्राम प्रधान के सभी वित्तीय व प्रशासनिक अधिकारियों को सीज करते हुए 3 सदस्यीय कमेटी की जांच की संस्तुति की गई है। सिंगारपुर गांव स्थित पंचायत भवन के बगल में स्वास्थ्य भवन बना है। जहां पर स्वास्थ्य विभाग ने अपने मद से एक हैंडपंप लगवाया है। लेकिन प्रधान निरंजन यादव ने उक्त हैंडपंप की फोटो खींचकर बताया कि इसे 98 हजार 353 रूपए की ग्राम पंचायत निधि से लगवाया गया है। इसके बाबत गांव निवासी सत्येंद्र सिंह ने शिकायत की। जिस पर जांच हुई और प्रधान से स्पष्टीकरण मांगा गया। जिस पर प्रधान ने स्पष्टीकरण में भी बताया कि पंचायत निधि से हैंडपंप लगाया गया है। जबकि स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी ने बताया कि इसे स्वास्थ्य विभाग ने लगवाया है। जांच में स्पष्ट हो गया कि प्रधान व सचिव की मिलीभगत से 98 हजार 353 रूपए की धनराशि का दुरूपयोग किया गया है। जिसके लिए सचिव संजय राय व संबंधित अवर अभियंता को दोषी पाया। इसके साथ ही दूसरा मामला सामने आया, जिसमें दो हैंडपंपों को रिबोर किया गया दिखाकर 34 हजार 147 व दूसरे में 34 हजार 447 रूपए निर्गत करा लिए गए। लेकिन हैंडपंपों के रिबोर नहीं कराया गया। साथ ही प्रतिबंध होने के बावजूद कोट के मंदिर पर नया हैंडपंप लगाया गया। इस मामले में जांच के बाद सचिव अश्वनी सिंह व संबंधित अवर अभियंता को दोषी बताया गया। दोनों मामलों में स्पष्टीकरण मिलने के बाद उनकी जांच कराने पर दोनों स्पष्टीकरण गलत पाए गए। जिसके बाद जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने ग्राम प्रधान के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकारों को सीज कर 3 सदस्यीय कमेटी द्वारा जांच का निर्देश दिया है।



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