गाजीपुर : यूपी बोर्ड परीक्षा में सुंदर लिखावट पर भी मिलेगा एक अंक, 90 प्रतिशत अंक या शून्य अंक देने पर कॉपियों की होगी बारीकी से जांच





गाजीपुर। माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट परीक्षा की कापियों का मूल्यांकन करते समय यदि कोई परीक्षक किसी कापी में 90 प्रतिशत से अधिक अंक और शून्य अंक दे देता है तो उन कॉपियों की पुनः जांच उप प्रधान परीक्षक द्वारा कराई जाएगी। इसके साथ ही इस बात स्वच्छ और सुन्दर लिखावट पर भी परीक्षार्थियों को एक अंक अतिरिक्त प्रदान करने का निर्देश दिया गया है। इस अंक को देते हुए समय मूल्यांकनकर्ता द्वारा इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि परीक्षार्थी के कुल प्राप्तांक, प्रश्न पत्र के पूर्णांक से अधिक न हो जाएं। निर्देश है कि परीक्षकों को चरणबद्ध तरीके से मार्किंग करना अनिवार्य होगा। यदि किसी प्रश्न के उत्तर तीन चरणों में पूर्ण हो रहा है और उसमें से परीक्षार्थी ने एक चरण गलत किया है और दो चरण सही किया है तो उसे दो सही चरण के अंक दिए जाएंगे। प्रश्नों के सही हल पर सही का चिह्न लगाया जाएगा तो गलत उत्तर वाले प्रश्न पर गलत का निशान लगाया जाएगा और उस पर शून्य अंक अंकित किया जाएगा। हाईस्कूल के परीक्षक को एक दिन में अधिकतम 50 और इंटरमीडिएट के परीक्षक को अधिकतम 45 कापियां जांचनी हैं। प्रति दिन जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा नियुक्त दो सदस्यीय अंकेक्षण टीम जांची गई कापियों की 15 प्रतिशत रैण्डम चेकिंग करेगी। परीक्षक द्वारा आधा प्रतिशत गलती करने पर 25 प्रतिशत, एक प्रतिशत गलती पर 50 प्रतिशत और दो प्रतिशत गलती करने पर 85 प्रतिशत की कटौती उसके पारिश्रमिक में से की जाएगी। साथ ही दो प्रतिशत गलती करने वाले परीक्षक को तीन साल के लिए अयोग्य यानी डिबार घोषित कर दिया जाएगा।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< सिधौना : गौरहट में गोमती की घुमावदार धारा में नहाते डूबे 3 मासूम बच्चे, 1 का मिला शव, कुछ साल पूर्व उसी घाट पर उतरे थे गृहमंत्री अमित शाह
गाजीपुर : यूपी बोर्ड परीक्षा में केंद्रों पर ड्यूटियां करने वालों का बोर्ड ने तय किया मेहनताना, बढ़ाई गई धनराशि >>