गाजीपुर से हेरोईन खरीदकर कोटा में पढ़ाई करने वाले छात्रों को बेचने वाले सहित कुल 3 तस्कर गिरफ्तार, 1 करोड़ की हेरोईन व 14 लाख नकदी बरामद, बाप-बेटा मिलकर चलाते हैं गिरोह





गाजीपुर। जिले की पुलिस ने हेरोईन के काले बाजार का नेटवर्क तोड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है। जंगीपुर पुलिस व क्राइम ब्रांच टीम ने देवकठिया स्थित बेसो नदी पुलिया से हेरोईन का व्यापार करते समय 3 शातिर अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से 1 करोड़ रूपए कीमत की एक किलो अवैध हेरोईन व बिक्री से मिले हुए 14 लाख रूपए नकद बरामद किया है। गिरफ्तार करने के बाद तीनों को जेल भेज दिया गया। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने पुलिया पर जाल बिछाया। इस बीच वहां पर 4 संदिग्ध पहुंचे और हेरोईन की खरीद फरोख्त करने लगे। जिसके बाद टीम ने मौका देखकर सभी को दबोचना चाहा लेकिन मौके से एक तस्कर फरार हो गया। वहीं पुलिस ने तीन को धर दबोचा। मौके से पुलिस को एक किलो हेरोईन, 14 लाख रूपए की नकदी व बिहार के नंबर की एक बाइक भी मिली। जिसके बाद सभी को थाने लाया गया। पूछताछ में उन्हांने अपना नाम बागचन्द तँवर उर्फ भागचन्द पुत्र रामलाल तँवर निवासी दुर्जनपुरा घटोली जिला झालावार राजस्थान, राजकमल उर्फ कमल साहनी पुत्र बुझारत साहनी निवासी घमहापुर थाना लोहता वाराणसी तथा शिवम प्रताप सिंह पुत्र सत्येन्द्र सिंह निवासी बड़ौरा रामगढ़ जिला कैमूर बिहार बताया। उनके पास से मिले हेरोईन की कीमत एक करोड़ रूपए है। पूछताछ में तस्करों ने बताया कि पकड़ा गया तस्कर बागचन्द तँवर ही बरामद की गई एक किलो हेरोईन लेने के लिए आया था। उसे हेरोईन बेचने के लिए गिरफ्तार राजकमल उर्फ कमल साहनी, शिवप्रताप सिंह व फरार होने में सफल रहा अभय कश्यप दो बाइकों से आए थे। इसी के लिए बागचंद 14 लाख रूपया भी लेकर आया था। वो पुलिया पर हेरोईन खरीद रहा था कि तभी पुलिस ने छापा मार दिया और तीन को धर दबोचा। जबकि एक बाइक से अभय कश्यप मौके से फरार हो गया। बागचंद ने बताया कि वो यहां से हेरोईन राजस्थान के कोटा जिले में ले जाकर छोटी-छोटी पुड़िया बनाकर वहां देश भर से पढ़ाई करने आए नशे के लती कम उम्र के युवाओं को बेच देता है। सख्ती से पूछताछ पर पता चला कि गिरोह का मास्टर माइंड गाजीपुर के ददरीघाट में रहने वाला अजय कश्यप पुत्र शिव कश्यप है। उसने इस काले धंधे में अपने सगे बेटे अभय कश्यप को उतार दिया है और वो ही मौके से फरार होने में सफल हो गया है। पुलिस के अनुसार, वर्तमान में वो वाराणसी के मंडुआडीह स्थित श्रीराम नगर कॉलोनी के एक फ्लैट में रहता है और वहीं से पूरे नेटवर्क को संचालित करता है। मौके पर उसके गिरफ्तार साथियों के साथ सिर्फ उसका बेटा अभय ही जाता है। बताया कि ये काम देश के कई राज्यों में संचालित करता है। सुनसान स्थानों पर वो हेरोईन की बिक्री करते थे और वहां से रूपया लेकर वाराणसी आ जाते थे। बहरहाल, पुलिस फरार चल रहे पिता-पुत्र की तलाश कर रही है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में क्राइम ब्रांच प्रभारी रामाश्रय राय, सर्विलांस सेल प्रभारी शिवाकान्त मिश्र, जंगीपुर एसओ अमित पाण्डेय आदि रहे।



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