मुहम्मदाबाद : पहले दो नाबालिगों से कराई बाल मजदूरी, फिर मेहनताना मांगने पर बदमाशों ने दोनों को चाकू से किया लहूलुहान, 1 बाल मजदूर की मौत





मुहम्मदाबाद। थानाक्षेत्र के परानपुर में बाल मजदूरों द्वारा मजदूरी का रूपया मांगने पर बदमाशों ने दोनों नाबालिगों को चाकू मार दिया। जिसमें इलाज के दौरान आज एक बाल मजदूर की मौत हो गई। घटना के बाद हड़कंप मच गया। शव के गांव आने पर परिजनों व ग्रामीणों ने शव को बाराचंवर-रसड़ा मार्ग पर रखकर चक्काजाम कर दिया। जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम व कई थानों की फोर्स ने लोगों को समझाया बुझाया। गांव निवासी रामबरन राजभर व गोविंद राजभर बदमाश प्रवृत्ति के हैं और ठेकेदारी जैसा काम करते हैं। परानपुर गांव में हो रहे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए मजदूरों की आवश्यकता होने पर वो उसमें मजदूर उपलब्ध कराते हैं। इस बीच बीते 6 अप्रैल को रामबरन व गोविंद ने गांव निवासी 16 वर्षीय राजन राजभर पुत्र जितेंद्र व शिवा राजभर पुत्र संजय को एक्सप्रेस वे में काम कराया था लेकिन उस समय दोनों को पूरी मजदूरी नहीं दी थी। इस बीच दोनों बदमाशों ने शिवा व राजन को मजदूरी देने के बहाने उसी रात अपने घर बुलाया और वहां दोनों को ताबड़तोड़ चाकू मार दिया। जिसके बाद दोनों किसी तरह से वापस लौटे तो उन्हें खून से लथपथ देखकर पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। दोनों को फौरन अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें वाराणसी के ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। लेकिन वहां इलाज के दौरान बुधवार की सुबह राजन की मौत हो गई। वहीं शिवा अब भी जीवन और मौत से जूझ रहा है। उसने किसी तरह से बताया कि गोविंद व रामबरन ने मजदूरी देने के बहाने घर पर बुलाया और वहां गालियां देते हुए मारने लगा। जब हमने विरोध किया तो हमें ताबड़तोड़ चाकू मार दिया। घटना के बाद पुलिस ने दोनों बदमाशों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया। वहीं घटना के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। इधर बुधवार को राजन की मौत के बाद शव को गांव में लाया गया तो पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए आक्रोशित परिजन सहित ग्रामीणों ने शव को सड़क पर ही रखकर जाम कर दिया और नारेबाजी करने लगे। उनका आरोप था कि इस तरह की जघन्य घटना होने के बावजूद पुलिस हत्यारों के दबाव में काम कर रही है। कहा कि पुलिस ने उसी दिन आरोपियों को मौके से उठाया था लेकिन मामले में लीपापोती करते हुए सिर्फ मारपीट आदि की घटना का मुकदमा दर्ज कर आरोपी को छोड़ दिया था। वहीं मृतक की मां रोते हुए हत्या के बदले हत्या की मांग कर रही थी। जिसके बाद मौके पर एसडीएम सहित कई थानों की फोर्स पहुंची और जल्द से जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी का भरोसा देकर ग्रामीणों को समझाया बुझाया, तब जाकर जाम खत्म हुआ। इसके बाद परिजनों तक शव पहुंचा। जहां कोहराम मच गया। वहां से पुलिस की सुरक्षा के बीच शव को श्मशान घाट पर ले जाया गया और वहां अंतिम संस्कार किया गया। मृतक 3 भाईयों में बीच का था। उसकी मां विमला देवी सहित सभी का रो-रोकर बुरा हाल है।



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