कस्तूरबा विद्यालय से पुरूष कर्मी व शिक्षक होंगे आउट, विद्यालयकर्मियों ने डीएम व बीएसए को पत्रक देकर दी चेतावनी





भीमापार। जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में तैनात पुरुष कर्मचारियों को हटाने के फैसले का विद्यालय में तैनात कर्मचारियों ने विरोध किया है। इसी क्रम में जिले के सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के कर्मचारियों ने जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव को पत्रक देकर अपना विरोध दर्ज कराया और मांग की। बता दें कि जिले में वर्तमान में कुल 14 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय संचालित हैं। लेकिन शासन द्वारा इन विद्यालयों से बालिकाओं की सुविधा के लिए निर्णय लिया गया है कि यहां से पुरूष कर्म हटा दिए जाएं। शासन के इस निर्णय के बाद कस्तूरबा विद्यालयों में तैनात पुरूष कर्मचारियों पर छंटनी की तलवार लटक रही है। जिसके विरोध में बुधवार को जनपद के सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों के कर्मचारियों ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया। कर्मचारियों ने बताया कि यदि विद्यालय में पुरुषों की तैनाती नहीं होगी तो बालिकाओं की सुरक्षा कैसे होगी। विद्यालय में यदि पुरुष कर्मचारी नहीं होंगे तो महिलाएं बाहरी कार्यों को कैसे निपटाएंगी। कस्तूरबा विद्यालयों में लेखाकार, चपरासी व चौकीदार पद पर जिले के सभी 14 कस्तूरबा विद्यालयों में कुल 29 पुरुष कर्मियों की तैनाती की गई थी। लेकिन अब पुरुष कर्मचारी न होने से गैस सिलेंडर सहित अन्य काम प्रभावित होंगे। बता दें कि प्रदेश के सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में अब सिर्फ महिला शिक्षकों और कर्मचारियों की ही तैनाती की जाएगी। नए सत्र से पुरुष शिक्षक व कर्मचारियों का नवीनीकरण नहीं होगा। जिससे उन पर छंटनी की तलवार लटक रही है। कर्मचारियों ने कहा कि यदि सरकार ने अपना निर्णय वापस नहीं लिया तो हम लोग बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इस मौके पर सरिता गुप्ता, प्रमोद कुमार, गीता देवी, कामयाब आलम, रंजीत कुमार, शैलेष, ममता यादव, आभा यादव, प्रियंका यादव आदि मौजूद रहे।



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