अवैध कलयुगी मां ने नवजात बेटे को सड़क किनारे मरने को छोड़ा, बच्चे की जान बचाने खुद आईं ‘मां दुर्गा’
देवकली। नंदगंज थानाक्षेत्र के रेवसां गांव के पास वाराणसी-गोरखपुर फोरलेन के किनारे गुरूवार की सुबह कलयुगी अवैध मां ने अपने नवजात को कपड़े में बांधकर मरने के लिए छोड़ दिया। लेकिन ईश्वर को कुछ और मंजूर था, जिसके चलते वहां मां दुर्गा के रूप में समय से गांव निवासिनी दुर्गा देवी पहुंच गईं और उन्होंने बच्चे को उठा लिया। इसके बाद ग्रामीण की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से चाइल्ड लाइन द्वारा उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रेवसां गांव में हाईवे किनारे से गुरूवार को तड़के एक महिला दुर्गा देवी गुजर रही थी। इस बीच उसने किसी नवजात के रोने की आवाज सुनी। जिसके बाद महिला आवाज की दिशा में गई तो वहां एक कपड़े में लपेटकर किसी कलयुगी अवैध मां ने अपने नवजात बेटे को ओस गिर रही सर्द रात में मरने के लिए फेंक दिया था। जिसके बाद उसने बच्चे को उठा लिया। तभी वहां मौजूद प्रवीण बिंद ने 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को न्यू पीएचसी में भर्ती कराने के साथ ही चाइल्ड लाइन को फोन कर दिया। जिसके बाद चाइल्ड लाइन की देखरेख में दुर्गा देवी बच्चे को लेकर जिला अस्पताल के लिए रवाना हो गई। इस दौरान मौके पर बच्चे को पाने के लिए लोगों में होड़ मची हुई थी। फिलहाल, चाइल्ड लाइन के निर्णय पर ही किसी को बच्चे को सौंपा जाएगा। मौके पर मौजूद लोग नवजात की मां को जमकर कोस रहे थे।