गाजीपुर : 1 नवंबर से सभी केंद्रों पर शुरू होगी धान व बाजरे की खरीद, किसान हितों को लेकर डीएम ने अधिकारियों को दिया सख्त निर्देश
गाजीपुर। बाजरा व धान के इस वर्ष खरीद को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान बताया गया कि आगामी 1 नवंबर से 28 फरवरी तक खरीद शुरू की जाएगी। ये कार्य सुबह 9 से शाम 5 बजे तक होगा। बताया कि धान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 रूपए प्रति कुन्तल व ग्रेड-ए के लिए 2320 रूपए प्रति कुंतल तथा बाजरा के लिए 2625 रूपए प्रति कुन्तल निर्धारित किया गया है। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने निर्देश दिया कि सभी क्रय केन्द्रों पर बैनर अवश्य लगाए जायें तथा बैनर पर केन्द्र प्रभारी का नाम, नंबर व क्रय केन्द्र खुलने का समय अवश्य अंकित रहे। क्रय केन्द्रों पर किसानों के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए कहा कि कोई शिकायत न मिले। कहा कि क्रय केन्द्रों पर 2 इलेक्ट्रानिक कांटा (बाट-माप द्वारा सत्यापित), 1 नमी मापक यंत्र, विनोईंग फैन, पावर डस्टर, डबल जारी का छलना तथा एनॉलिसिस किट अनिवार्य रूप से उपलब्ध होनी चाहिए। कहा कि प्रत्येक केन्द्र पर किसानों को पीने का पानी, बैठने की व्यवस्था, वर्षा से बचाव हेतु क्रेट्स, तिरपाल व प्रकाश की व्यवस्था होनी चाहिए। केन्द्र पर धान का मानक नमूना रखने का भी निर्देश दिया। कहा कि धान खरीद हेतु आवश्यक उपयोगी बोरों की उपलब्धता सम्बन्धित एजेंसियों द्वारा समय से पूर्व सुनिश्चित की जाएगी। किसी भी केन्द्र पर बोरे के अभाव में खरीद बाधित होने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने की बात कही। कहा कि क्रय केन्द्रों पर ई-पॉप मशीन के माध्यम से बॉयोमैट्रिक प्रमाणीकरण द्वारा खरीद की जाएगी। केन्द्र प्रभारी द्वारा इलेक्ट्रानिक प्वाइंट ऑफ परचेज मशीन द्वारा निर्गत खरीद की पठनीय प्रिंटेड पावती सम्बन्धित किसान को अनिवार्य रूप से उपलब्ध करायी जायेगी। धान की उतराई, सफाई के मद में किसान द्वारा श्रमिकों को अधिकतम 20 रूपया दिया जायेगा। निर्देश दिया कि समस्त क्रय संस्थायें अपने संसाधन से कम्प्यूटर/लैपटॉप, इन्टरनेट कनेक्शन व इस निमित्त अन्य समस्त आधारभूत व्यवस्थायें समय से सुनिश्चित करेंगी तथा धान खरीद की रियल टाइम इन्ट्री ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के माध्यम से की जायेगी। धान खरीद का प्रत्येक विवरण ई-उपार्जन मॉड्यूल पर रियल टाइम फीड करना होगा। कहा कि केवल उसी खरीद को मान्यता दी जायेगी, जो ऑनलाइन फीड होगी। ऑफलाइन खरीद किसी भी दशा में स्वीकार नहीं की जायेगी। निर्देश दिया कि क्रय केन्द्र पर किसानों का धान ‘पहले आओ पहले पाओ‘ के तर्ज पर क्रय किया जायेगा। धान का नमूना केन्द्र पर संरक्षित किया जायेगा। कहा कि धान गीला या गंदा होने पर तत्काल अस्वीकृत नहीं किया जायेगा। बल्कि केन्द्र पर साफ करने व सुखाने का मौका दिया जायेगा, फिर भी मानक के अनुरूप न होने पर ऑनलाइन पोर्टल पर अस्वीकृत किया जायेगा। निर्देश दिया कि किसी भी केन्द्र से किसानों को अनावश्यक वापस नहीं किया जाये। सभी केन्द्र प्रभारियों द्वारा किसानों से शिष्टाचार पूर्वक व्यवहार किया जायेगा। अन्यथा की स्थिति में शिकायत मिलने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। निर्देश दिया कि सभी केन्द्र प्रभारी बैनर में अंकित अपना मोबाइल नम्बर खरीद अवधि में ऑन रखेंगे। जिला या तहसील मुख्यालय से कभी भी इसका सत्यापन कराया जा सकता है। यदि नम्बर बन्द पाया गया, तो सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। कहा कि सभी तहसील में एक कन्ट्रोल रूम स्थापित रहेगा। निर्देश दिया कि सहकारिता विभाग के अन्तर्गत संचालित क्रय केन्द्रों पर धान खरीद हेतु सम्बन्धित तहसील के अपर जिला सहकारी अधिकारी (एडीसीओ) नोडल अधिकारी रहेंगे। उनके द्वारा केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करते हुए अपने निर्देशन में केन्द्रों का संचालन कराया जायेगा। किसी भी अप्रिय स्थिति उत्पन्न होने पर केन्द्र प्रभारी, एजेन्सी प्रभारी के साथ ही सम्बन्धित एडीसीओ के विरूद्ध भी कार्यवाही की जायेगी। कहा कि सभी क्रय एजेंसियों द्वारा किसानों से क्रय धान के मूल्य का भुगतान एनपीसीआई पोर्टल पर उनके आधार से लिंक बैंक खाते में भारत सरकार के पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से किसानों के बैंक खाता सत्यापन के पश्चात् यथा संभव 48 घण्टे के अन्तर्गत सुनिश्चित कराई जायेगी। कार्यशाला में एडीएम दिनेश कुमार, डिप्टी आरएमओ अनुराग सिंह, एआर कोऑपरेटिव आदि रहे।