संपन्न हुई यूपी बोर्ड परीक्षा, प्रशासन डाल-डाल व नकल माफिया रहे पात-पात





गाजीपुर। यूपी बोर्ड 2023 की परीक्षा फर्जी छात्रों एवं सॉल्वर गैंग के नाम रही। जनपद में दर्जनों सॉल्वर व फर्जी छात्रों को पकड़कर जेल भेजा गया। शासन द्वारा नकल पर नकेल कसने के कारण शिक्षा माफियाओं ने नकल कराने का नया तरीका खोज लिया था। फॉर्म भरने वाले विद्यालयों से ही वो गलत फोटो प्रमाणित कराके अपनी गोटी बैठा चुके थे। इसके अलावा कई जनसेवा केंद्र भी 100-200 रूपए लेकर फर्जी आधार कार्ड बनाने काम करते रहे। ऐसी अपुष्ट बातों की भी चर्चा है कि कुछ विद्यालयों में ओएमआर शीट पहले से ही रंगकर परीक्षार्थियों में बांटा गया था। ऐसी तरकीबों से शिक्षा माफियाओं की भी बाछें खिलीं थीं। लेकिन डीएम आर्यका अखौरी तथा एसपी ओमवीर सिंह की सरगर्मी बढ़ गई। जिसके बाद देर से ही सही लेकिन दुरुस्त जांच व धरपकड़ होते ही शिक्षा माफियाओं के चेहरे बेनकाब हो गये। दर्जनों फर्जी छात्रों व प्रधानाचार्यों पर मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेजा गया। जिससे फर्जी सॉल्वरों का पलायन शुरु हो गया। नकलविहीन परीक्षा कराने हेतु डीएम व एसपी को जितना परीश्रम करना पड़ा, अगर परीक्षा केन्द्र बनाते समय डीआइओएस भी ईमानदारी बरतते तो जिले की इतनी बदनामी नहीं होती।



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