कृष्ण सुदामा इंस्टीट्यूशंस के डॉ. विजय यादव ने की पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण से मुलाकात, रिसर्च को लेकर हुई बातचीत
ग़ाज़ीपुर। गाजीपुर व वाराणसी की प्रमुख शिक्षण संस्था कृष्ण सुदामा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूटशन्स के चेयरमैन व भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ विजय यादव ने बाबा रामदेव से हरिद्वार में मुलाकात करने व अपनी पुस्तक का विमोचन कराने के बाद अब आयुर्वेद केन्द्र पंतजलि योगपीठ के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक योगाचार्य आचार्य बालकृष्ण से भी मुलाकात की। शताब्दी न्यूज से फोन पर बातचीत में डॉ. विजय ने बताया कि आचार्य बालकृष्ण से पतंजलि आयुर्वेद अनुसंधान एवं डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन की संयुक्त रिसर्च टीम बनाकर स्वास्थ्य को लेकर कार्य योजना पर एक साथ काम करने को लेकर सकारात्मक चर्चा की गई है। डॉ. विजय ने बताया कि आचार्य बालकृष्ण ने लेह-लद्दाख की तरह देश के अन्य सीमावर्ती राज्यों में पैदा होने वाली जड़ी-बूटियों, वन औषधियों एवं अन्य प्राकृतिक पोषकीय उत्पादों की प्रोसेसिंग प्रणालियों के बाबत भी चर्चा की, ताकि उन राज्यों के प्राकृतिक उत्पादों को भारत एवं वैश्विक स्तर पर नयी पहचान दिलाई जा सके। साथ ही स्थानीय किसानों को उनके उत्पादों का समुचित मूल्य दिलाकर उन्हें स्वाभिमानपरक जीवन जीने का अवसर दिलाया जा सके। इस दौरान डॉ. विजय ने दुर्लभ वनस्पतियों से भरपूर वाराणसी के कैथी स्थित गंगा व गोमती के संगम पर स्थित कृष्ण सुदामा ग्रुप इंस्टीट्यूटशन्स में पतंजलि को शोध के आयाम तलाशने की बात कही। डॉ. विजय यादव ने अपने रिसर्च मण्डल के साथ पतंजलि के विविध प्रकल्पों में चल रहे रिसर्च कार्यों को भी बारीकी से देखा। कहा कि पतंजलि जहां एक ओर देश में ऋषियों के गौरवपूर्ण विरासत को पुनर्जागृत कर रही है, वहीं देश की वन औषधियों, जड़ी-बूटियों एवं अन्य प्राकृतिक उत्पादों की प्रोसेसिंग कर देश के किसानों, युवाओं व गरीबों को स्वाभिमान से जीने का मौका दे रही है। इस मौके पर राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर तथा एपीएस विश्वविद्यालय, रीवा के कुलपति प्रोफेसर केदारनाथ सिंह यादव, सर्वेश कुमार आदि रहे।