सिधौना : काशी रंगमंच कला परिषद ने ऑपरेशन सिंदूर का मनाया जश्न, हनुमान जी को अर्पित किया तिरंगा


सिधौना। पहलगाम नरसंहार का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर कर पाक परस्त आतंकियों की कमर तोड़ दी है। काशी रंगमंच कला परिषद के अध्यक्ष कृष्णानंद सिंह के नेतृत्व में दर्जनों पदाधिकारियों ने ऑपरेशन सिंदूर का जश्न मनाते हुए हनुमान जी को तिरंगा झंडा अर्पित किया। शिवाजी मिश्रा ने कहा कि महिलाओं का सिंदूर उजाड़ने वाले आतंकियों के आकाओं को ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से ही जवाब दिया गया। भारतीय सेना की नारी शक्ति ने इस ऑपरेशन को लीड कर भारतीय सेना के शौर्य का सशक्त प्रदर्शन किया है। पाक परस्त आतंक को गहरी चोट देते हुए पूरे एशिया को आतंक के शरणस्थली से मुक्ति दिलाई है। करुणाशंकर मिश्र ने कहा कि जिस हिंदू मुस्लिम एकता को आतंकी तोड़ना चाहते थे, उसको उसी भाषा में सेना की दो बहादुर महिला सेनानियों ने सिंदूर की कीमत समझायी। जिसमें विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया ने आतंक के ठिकानों को चुन-चुनकर उड़ाने की बातें सुनाई। सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की अलग-अलग जगहों पर 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया जो सफल रहा। जिन नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया उनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय शामिल है। ये दोनों पाकिस्तान के पंजाब में हैं। लाहौर से थोड़ी दूरी पर स्थित मुरीदके, एक विशाल ‘मरकज़’ यानी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का अड्डा है और बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद का मुख्य गढ़ है। इस मौके पर पंकज मिश्रा, अनिल सिंह, दुर्गा प्रसाद, रामानंद सिंह, अखिलेश मिश्रा, अक्षत कुमार, विश्वास सिंह, विशाल आदि रहे।