सैदपुर : कश्मीर में हिंदू पर्यटकों की नृशंस हत्या से सैदपुर नगर में उबाल, हिंदू संगठनों ने कैंडल मार्च कर दी श्रद्धांजलि, सरकार की मांग


सैदपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हिंदू पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर किए गए जघन्य नरसंहार ने जहाँ एक तरफ भारत के बहुसंख्यक हिंदू समुदाय को आक्रोशित कर दिया है, वहीं देश के विभिन्न हिस्सों में पाकिस्तान प्रायोजित इस नृशंस घटना का विरोध हो रहा है। आक्रोशित अनेक हिंदू संगठनों ने केंद्र सरकार से तत्काल कठोरतम कार्रवाई की माँग करते हुए जुलूस निकाला है। इसी क्रम में बुधवार की देर शाम विहिप व आरएसएस के नेतृत्व में आतंकी घटना में जान गंवाने वालों की आत्मा की शांति व पाकिस्तान व पाकिस्तान पोषित आतंकियों को मौत के घाट उतारने के लिए विरोध जुलूस निकाला। नगर के पक्का घाट से कैंडल मार्च शुरू होकर मुख्य चौराहा होते हुए मुख्य बाजार से तहसील मुख्यालय गेट तक पहुँचा। इस दौरान कैंडल मार्च में नगर के व्यापारियों सहित हिंदू जनजागृति समिति, गायत्री परिवार आदि संगठन के लोग थे। उन्होंने अपने हाथों में जान गंवाने वाले हिन्दुओं को न्याय दो, मजहबी आतंकियों का सफाया करो, इस्लामी आतंकवाद का अंत करो, पाकिस्तान मुर्दाबाद आदि के स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर चल रहे थे। तहसील गेट पर पहुंचने के बाद कैंडल को वहां रखकर दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई। इसके बाद विहिप के राजकिशन जायसवाल ने केंद्र सरकार से आतंकवाद को पूरी निर्ममता से कुचलने की मांग की। कहा कि इजराइल में हमास ने ठीक इसी प्रकार का नरसंहार किया था। जिसके बाद इजराइल ने जो किया, उसे पूरी दुनिया ने देखा। वही अब भारत को करना होगा। केंद्र सरकार से तल्ख लहजे में अपील करते हुए उन्होंने कहा कि पहलगाम का बदला पहले इस्लामी आतंक के सबसे बड़े अड्डे पाकिस्तान से लेना होगा। आरएसएस के अमित चौरसिया ने कहा कि कश्मीर में हुआ हमला केवल खून बहाने के लिए नहीं था, बल्कि ये भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा पर सुनियोजित प्रहार है। हिंदू जनजागृति समिति के गोपाल पांडेय ने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि हिंदुओं का धर्म देखकर उनकी नृशंस हत्याएं करने वाले पाकिस्तान पोषित आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारने की आवश्यकता है। उन्होंने भारत से इस्लामिक आतंकवाद के समूल नाश के लिए भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने की भी माँग की। इस मौके पर चेयरमैन प्रतिनिधि सुभाष सोनकर, सभासद प्रतिनिधि बृजेश वर्मा, श्रीकांत जायसवाल, शुभम मोदनवाल, संजय सिंह, मनेंद्र द्विवेदी, हरिशरण आदि रहे।