सैदपुर : उचौरी में 2 युवकों की दिनदहाड़े हत्या करने वाले बदमाश को पुलिस ने मारी 2 गोली, सिपाही से पिस्टल छीन करने लगा था फायरिंग



सैदपुर। खानपुर थानाक्षेत्र के उचौरी में बीते दिनों 2 युवकों की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने वाले कुख्यात हो चुके उचौरी निवासी बदमाश मोहम्मद साहिल उर्फ बिल्लू पुत्र आफताब का आखिरकार पुलिस ने हाफ एनकाउंटर करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद असलहा बरामदगी के दौरान सिपाही से पिस्टल छीनकर वो पुलिस पर फायरिंग करने लगा था। जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उसके दोनों पैरों में गोली मार दी। उचौरी में बीते 21 मार्च को चिलौना कलां गांव निवासी अनुराग सिंह व अमन चौहान को उचौरी गांव स्थित बगीचे में बुलाकर दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में हत्या के तुरन्त बाद उसी रात में ही उन्हें बुलाने वाले दोनों बदमाशों का पुलिस ने हाफ एनकाउंटर किया था। जिसके बाद दोनों युवकों की लाशों के साथ करीब 15 किमी तक पैदल जुलूस निकालने के बाद लाशों को गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन पर रखकर परिजनों व ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया था। वो इस बात पर आक्रोशित थे कि पुलिस ने डबल करने वालों का भी सिर्फ हाफ एनकाउंटर क्यों किया। वो सिर में गोली मारने की मांग कर रहे थे। इस मामले में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर दाह संस्कार के वक़्त श्मशान घाट भी पहुंचे थे। इसके बाद से ही पुलिस दोनों को गोली मारकर इतने समय में ही कुख्यात हो चुके उचौरी निवासी बदमाश मोहम्मद साहिल की तलाश में दर-दर भटक रही थी। मृतक के परिजनों व ग्रामीणों को उम्मीद थी फरार चल रहे बदमाश का पुलिस फुल एनकाउंटर करेगी। इस बीच मंगलवार को पुलिस ने हत्यारे मोहम्मद साहिल को गांव में बंधे हुए हाल में गिरफ्तार कर लिया था। इस बीच रात भर सख्ती से उससे पूछताछ के बाद उसने जब सब कुछ कुबूल लिया तो बुधवार की सुबह साढ़़े 5 बजे पुलिस उससे हत्या में प्रयुक्त पिस्टल बरामद कराने सैदपुर ले आयी थी। वहां से पिस्टल बरामद कर वो निकलने ही वाले थे कि हत्यारे साहिल ने एक सिपाही को धक्का देकर उससे उसी पिस्टल को छीन लिया और पुलिस पर फायरिंग कर भागने का प्रयास करने लगा। लेकिन पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके दोनों पैरों में गोली लगी और वो वहीं गिर पड़ा। इसके बाद उसे घायल हाल में सैदपुर सीएचसी लाया गया। जहां उसका पुलिस निगरानी में उपचार किया गया। ता दें कि पुलिस ने उस पर 25 हजार रूपए का ईनाम घोषित किया था।