करंडा : निरीक्षण में बिना सूचना के गायब मिले शिक्षक नेता पर हुई कार्रवाई तो खंड शिक्षा अधिकारी पर ही लगाने लगे भ्रष्टाचार का आरोप


करंडा। स्थानीय बीईओ रविन्द्र सिंह द्वारा क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। जिसके क्रम में वो ढेलवां के कंपोजिट विद्यालय में पहुंचे। वहां का हाल देखकर वो हैरान रह गए। मौके पर विद्यालय के 5 शिक्षक मौजूद मिले। लेकिन खुद प्रभारी प्रधानाध्यापक दिग्विजय सिंह सहित कुल 5 शिक्षक बिना किसी पूर्व सूचना के स्कूल से गायब मिले। साथ ही स्कूल की दशा काफी खराब मिली। निरीक्षण में पता चला कि किचन कक्ष में दरवाजा तक नहीं था। प्रधानाध्यापक कक्ष व शिक्षण कक्षाओं में अनाज की बोरियां बिखरी हुई पायी गयीं। किताबें भी तीतर-बीतर पायी गयीं। जिसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी ने सभी अनुपस्थित शिक्षकों को पोर्टल पर अनुपस्थित करते हुए उनका एक दिन का वेतन रोक दिया। वहीं बीईओ की इस कार्यवाही के बाद शिक्षक नेता प्रभारी प्रधानाध्यापक बौखला गये और अगले ही दिन खंड शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर दबाव बनाने में जुट गए। बता दें कि ये वही शिक्षक नेता हैं, जिनके स्कूल से गायब होने के चलते सितंबर 2024 में भी बीएसए ने वेतन रोक दिया था। उस समय स्कूल पर छात्राएं झाड़ू लगा रही थीं और प्रभारी प्रधानाध्यापक स्कूल से बिना किसी पूर्व सूचना के गायब थे। जिसके बाद ग्रामीणों ने हंगामा किया तो खुद के बचाव में उन्होंने मेडिकल की छुट्टी मांग ली थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रभारी प्रधानाध्यापक शिक्षा नेता होने के चलते स्कूल पर कभी कभार ही आते हैं। ऐसे में एक दिन की जांच से इनका कुछ बिगड़ने वाला नहीं है।