सादात : टांडा बैरख में छात्र को बचाने में ट्रैक्टर व ट्रॉली पलटा, बालू में दबने से मजदूर व 8 साल के बच्चे की दर्दनाक मौत, चक्काजाम


सादात। थानाक्षेत्र के टांडा बैरख में शनिवार की अपराह्न करीब तीन बजे ट्यूशन जा रहे बाइक सवार छात्र को बचाने के चक्कर में बिल्डिंग मैटेरियल लेकर जा रहा ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गया। जिससे ट्रैक्टर ट्राली के नीचे दबकर मजदूर गरीब राम की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद मौके पर पहुंचे परिजन आनन-फानन में उसे निजी चिकित्सक के यहां ले गए, जहां चिकित्सक ने मजदूर को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। वो रोते बिलखते हुए शव को लेकर सादात थाने पहुंचे, जहां से पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं गंभीर रूप से घायल छात्र को उसके परिजन जिला अस्पताल लेकर गए, जहां उसकी भी मौत हो गई। घटना के बाद दोनों के परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस समझाने का प्रयास कर रही है। बहरियाबाद के चकफरीद स्थित एक बिल्डिंग मैटेरियल की दुकान से ट्रैक्टर पर बालू, सीमेंट और अन्य सामान लादकर एक ट्रैक्टर बख्शूपुर जा रहा था। अभी वो टांडा बैरख पहुंचा था कि ट्यूशन पढ़ने जा रहा 8 साल का छात्र डेनियल यादव पुत्र आकाश यादव अचानक से उसके सामने आ गया, जिसे बचाने के चक्कर में ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर ट्रॉली समेत पलट गई। हादसे में ट्रैक्टर चालक शुभम मौर्या तो बाल-बाल बच गया, लेकिन इंजन के पास बैठा बहरियाबाद थानाक्षेत्र के चकफरीद गांव निवासी 55 वर्षीय मजदूर गरीब राम छिटककर नीचे गिर गया और बालू लदे ट्रॉली के नीचे दबकर गंभीर रूप घायल हो गया। वहीं डैनियल यादव भी उसकी चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। इधर जब तक मजदूर को बाहर निकाला जाता, उसकी मौत हो चुकी थी। इसे बावजूद परिजन उसे लेकर निजी अस्पताल गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसका शव लेकर परिजन सादात थाने पहुंचे, जहां से पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर घायल छात्र को लेकर परिजन जिला अस्पताल गए, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। घटना के बाद उसके भी परिजनों में कोहराम मच गया। मृतक बालक के परिजनों ने शव को टांडा के पास रखकर चक्का जाम कर दिया। शनिवार की देरशाम 7 बजे खबर लिखे जाने तक ग्रामीणों का प्रदर्शन चल रहा था और थानाध्यक्ष वागीश विक्रम सिंह सहित कई थाने की फोर्स मौके पर जाकर उन्हें समझाने में जुटी हुई थी।
