सैदपुर : सरकारी पत्थरगड़ी को उखाड़ने वालों पर करें सख्त कार्रवाई, तहसील में फरियादी की जगह दबंग आएं माफी मांगने - जिलाधिकारी


सैदपुर। नगर के तहसील सभागार में शनिवार को जिले के मुख्य सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जहां फरियादियों की फरियाद सुनने के लिए जिलाधिकारी अविनाश कुमार व पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा सहित सभी विभागों के मुखिया पहुंचे। उनके साथ जिले के मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य व परियोजना निदेशक राजेश यादव भी मौजूद रहे। इस दौरान जिले भर की सभी तहसीलों पर कुल 376 प्रार्थनापत्र आए, जिसमें से मौके पर 42 का निस्तारण किया गया। सैदपुर में हुए मुख्य संपूर्ण समाधान दिवस में आये 67 में से 8 प्रार्थनापत्रों का मौके पर ही निस्तारण किया गया, शेष के लिए टीमें गठित कर मौके पर रवाना किया गया। वहीं जखनियां में 71 में से 12, सेवराई में 20 में से 5, जमानियां में 48 में 4, मुहम्मदाबाद में 41 में 4, कासिमाबाद में 80 में 5 व सदर में 49 में से 4 का मौके पर ही निस्तारण किया गया। सैदपुर में जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि वो अविलम्ब मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण करते हुए शेष मामलों का निस्तारण कराएं। समस्याएं सुनने के बाद जिम्मेदारों पर बेहद नाराजगी जताते हुए कहा कि आज के आयोजन में अधिकांश मामले न्यायिक सम्बन्धी थे। कहा कि आज सिर्फ इक्के दुक्के ही वाजिब प्रार्थनापत्र आये। कहा कि यहां सबसे अधिक समस्या है कि न्यायालय ने आदेश दिया। इसके बाद राजस्व टीम ने नापी आदि के बाद मौके पर पत्थरगड़ी कर दिया। लेकिन इसके बाद उस पत्थर को कुछ लोगों द्वारा उखाड़ दिया जाता है। डीएम ने कहा कि ऐसे मामलों में राजस्व व पुलिस विभाग को मौके पर जाकर आरोपी को पहले पाबंद करना चाहिए। इसके बाद पहले पक्ष से तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज करना चाहिए। कहा कि कुछ मामलों में ऐसा देखा गया कि न्यायालय के आदेश का अनुपालन नहीं होने दिया जा रहा है। कहा कि कुछ मामलों में बेदखली का आदेश हो गया है, इसके बावजूद उस आदेश को पूरा नहीं कराया जा रहा है। ये भी कहा कि शासन का आदेश है कि यदि कोई गरीब व्यक्ति है और बेदखली का आदेश हो चुका है तो उसे तब तक नहीं हटाएंगे, जब तक उसे कोई पट्टा नहीं कर देते। कहा कि उसे पहले व्यवस्थित करें, फिर हटाएं। कहा कि कुछ मामले ऐसे देखे जा रहे हैं जहां कोई पक्का निर्माण नहीं है। इसके बावजूद वहां से नहीं हटाये जा रहे हैं। कहा कि इसमें न तो पुलिस काम कर रही है, और राजस्व तो बिल्कुल नहीं कर रही है। कहा कि अगली बार जब मैं आऊंगा और ऐसा मिला तो लेखपालों पर कार्रवाई होगी। कहा कि अगर कोई दबंगई करे तो ऐसे लोगों को गुंडा एक्ट में कार्रवाई करें। कहा कि कोई ऐसी सरकारी जमीन पर कब्जा किया रहे तो 2/3 में मुकदमा दर्ज करिये। कहा कि अगली बार जब मैं आऊं तो मुझे इतनी शिकायतें नहीं मिलनी चाहिए कि पुराने मामले में ऐसा हो चुका है। कहा कि अगली बार तहसील में ऐसे लोग आने चाहिए जो अपनी फ़रियाद सुनाने नहीं बल्कि अपनी गलती की क्षमा मांगने आये हों। वो ऐसे लोग हों जिन्होंने गलती की हो और कार्रवाई के बाद क्षमा मांगने आये हों। उन्होंने आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों को आगामी दिवसों में शत-प्रतिशत निस्तारित करने का निर्देश दिया। कहा कि इसकी समीक्षा सीधे शासन स्तर से लगातार होती रहती है। इसमें लापरवाही पर सम्बन्धित अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होंगे। इस मौके पर सीएमओ सुनील पांडेय, एसडीएम रणविजय सिंह, तहसीलदार हिमांशु सिंह, क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार, नायब तहसीलदार विश्राम यादव, मीना गोंड, सीएचसी अधीक्षक डॉ संजीव सिंह, कोतवाल योगेंद्र सिंह आदि रहे।