गाजीपुर : आज के समाज पर सोशल मीडिया के सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव पर छात्र ने किया शोध
गाजीपुर। जिले के पीजी कॉलेज में सोमवार को पूर्व शोध प्रबन्ध प्रस्तुत संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें समाजशास्त्र विषय के शोधार्थी प्रीतम यादव ने ‘जनसंचार माध्यमों का युवाओं पर प्रभाव : एक समाजशास्त्रीय अध्ययन’ विषयक शोध प्रबंध व उसकी विषय वस्तु प्रस्तुत की। कहा कि जनसंचार माध्यमों का युवाओं पर व्यापक और गहरा प्रभाव पड़ता है। आधुनिक तकनीकी और इंटरनेट के युग में जनसंचार माध्यमों जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब इत्यादि ने युवाओं के सामाजिक व्यवहार और जीवन शैली को परिवर्तित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान में यह समाज का अभिन्न अंग बन गया है, जो विचारों, समाचारों, सूचनाओं के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करता है। आजकल सोशल मीडिया जनसंचार के सभी साधनों में सबसे पसंदीदा साधन है, क्योंकि एक ही जगह बहुत सी सुविधाओं जैसे प्रतिबिंब साझा करने, श्रव्य-दृश्य साझा करने, प्रोफाइल बनाने और पोस्ट को पसंद एवं नापसंद करने की सुविधाओं को आसानी से उपलब्ध कराता है। यह एक अपारंपरिक मीडिया है, जो इंटरनेट के माध्यम से सामाजिक संबंधों को स्थापित करने एवं उन्हें विस्तार देने में सहायक है। वर्तमान में यह संचार का एक सशक्त माध्यम है, जिसने संपूर्ण विश्व को एक नया आयाम प्रदान कर ‘ग्लोबल विलेज’ की अवधारणा को जन्म दिया है। जनसंचार माध्यमों का समाज में सकारात्मक एवं नकारात्मक दोनों प्रभाव देखे जा रहे हैं। एक ओर समाज में यह सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, राजनीतिक व शैक्षणिक विकास का साधन बना है तो वहीं दूसरी ओर लोगों को आभासी जीवन की ओर प्रवृत्त कर युवाओं में निराशा एवं अकेलापन विकसित कर रहा है। इसके अत्यधिक उपयोग से विभिन्न प्रकार के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी पैदा हो रही हैं। इन सभी नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए एक जन जागरूकता अभियान की जरूरत है, साथ ही युवाओं को यह भी समझने की जरूरत है कि वह मोबाइल और सोशल मीडिया के उपयोग को लेकर सावधानी बरतें तथा इस प्रकार का वातावरण घर में निर्मित करें, जिसमें लोग सोशल मीडिया की जगह पारिवारिक सदस्यों को समय देने हेतु प्रेरित हो। इस मौके पर प्राचार्य प्रो. डॉ. राघवेन्द्र पाण्डेय, प्रो. डॉ. जी. सिंह, प्रो. डॉ. अरुण यादव, प्रो. डॉ. सुनील कुमार, प्रो. डॉ. एसडी सिंह परिहार, डॉ. कृष्ण कुमार पटेल, डॉ. रामदुलारे, डॉ हरेंद्र सिंह, विभागाध्यक्ष डॉ रुचिमूर्ति सिंह, डॉ उमा निवास मिश्र, डॉ मंजीत सिंह, डॉ राकेश वर्मा, डॉ दिनेश मौर्य, डॉ सुशील सिंह, डॉ. पंकज यादव, डॉ धर्मेंद्र, डॉ कमलेश, अमितेश सिंह आदि रहे।