सैदपुर : पूर्वांचल के पहलवानों को बड़ी सौगात, भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष संजय सिंह ने करमपुर स्टेडियम में की कुश्ती के साईं सेंटर निर्माण की घोषणा





सैदपुर। क्षेत्र के करमपुर में कुश्ती के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (साईं) के सेंटर की स्थापना बहुत जल्द होगी। क्योंकि इसकी घोषणा किसी और नहीं बल्कि खुद भारत के कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने यहां आकर की। करमपुर स्थित मेघबरन सिंह स्टेडियम के अखाड़े में बसंत पंचमी के एक दिन पूर्व रविवार को स्व. मेघबरन सिंह, ठाकुर तेजबहादुर सिंह स्मारक ईनामी विराट दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जहां पर बतौर मुख्य अतिथि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह बबलू आए थे और उन्होंने यहां के खिलाड़ियों की उम्दा ऊर्जा देखकर पूरे पूर्वांचल के पहलवानों को बहुत बड़ी सौगात देते हुए स्टेडियम में कुश्ती के क्षेत्र में साईं का सेंटर बनवाने की घोषणा कर दी। उनके इस घोषणा का क्षेत्रीय पहलवानों ने खूब तालियां बजाकर अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि यहां खास यह है कि पांच से 12 वर्ष के बच्चे भी कुश्ती लड़ने को लेकर उत्साहित हैं। उनमें गजब का जोश है। उनके अंदर की यह इच्छा ही आने वाले समय में गाजीपुर को कुश्ती के क्षेत्र में अपना खोया हुआ ताज वापस दिलाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्व में 2012 में सांसद रहे राष्ट्रीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह के साथ मैं यहां आया था। तभी से मन में इच्छा थी कि यहां कुछ करने लायक है। कहा कि पूर्व सांसद भी इसकी चर्चा करते थे। अब आज पुनः यहां आने का मौका मिला तो साईं सेंटर की स्थापना यहां करवाने का विचार मन में आया। कहा कि साईं सेंटर बनने के बाद यहां प्रशिक्षण ले रहे पहलवानों को भोजन आदि के साथ ही अन्य सुविधाएं, कोच आदि की सुविधा सरकार की तरफ से मिलेगी। उन्होंने कुछ दिनों पूर्व में कुश्ती में हो रही राजनीति व विवाद पर कहा कि कुश्ती में अब राजनीति खत्म हो गई है और अब सब कुछ ठीक हो गया है। कहा कि अब हमारी बेटियां कुश्ती में मेडल लेकर आ रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 से पहले भारतीय कुश्ती की क्या स्थिति थी किसी से छिपा नहीं है। इसके बाद पूर्व सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह ने अध्यक्ष का कार्यभार संभाला तो कायाकल्प हो गया। कहा कि उन्होंने जो कार्य किया है, उसे आगे ले जाने का कार्य मैं करूंगा। इस दौरान पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह ने कहा कि कल मेरे घर शादी है, लेकिन दशकों से बसंत पंचमी के मौके पर हर साल होने वाली कुश्ती आयोजन की इस परंपरा को मैं किसी भी हाल में तोड़ नहीं सकता। कहा कि बड़े भाई स्व. तेजबहादुर सिंह हर वर्ष बसंत पंचमी को कुश्ती करवाते थे, इसलिए ये आज भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुश्ती के प्रति क्षेत्र के लोगों के इस लगाव की ही देन है कि आज सब कुछ होता चला जा रहा है। जिस तरह इस स्टेडियम में सीखे हॉकी खिलाड़ी राजकुमार पाल ने ओलंपिक का सफर पूरा किया, उम्मीद है कि आने वाले समय में यहां का पहलवान भी ओलंपिक में पहुंचकर पदक हासिल करेगा। इसके बाद डब्लूएफआई के अध्यक्ष समेत अतिथियों को पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह, रमाशंकर उर्फ हिरन सिंह एवं अनिकेत सिंह ने स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम से सम्मानित किया। इसके पूर्व कार्यक्रम में कई छोटी व बड़ी कुश्ती प्रतियोगिताएं हुईं। जिसमें एक लाख रुपये की ईनामी कुश्ती दिल्ली के पहलवान व भारत केसरी कपिल धामा एवं गाजीपुर के रितेश के बीच हुई। 25 मिनट तक दोनों पहलवान आपस में गुत्थमगुत्था रहे और एक दूसरे को अपने दांव से पटखनी देने की कोशिश करते रहे लेकिन कोई किसी से कम नहीं था। ऐसे में आधे घंटे बाद कुश्ती बराबरी पर छूटी। वहीं करमपुर के अमित पहलवान एवं वाराणसी के शमशेर पहलवान के बीच की 25 हजार रुपये की ईनामी कुश्ती भी बराबरी पर छूटी। इसके अलावा राकेश जम्मू एवं मृत्युजंय मंगलसराय के बीच की कुश्ती बराबरी पर छूटी। शिवम बनारस एवं हिम्मत मऊ के बीच की कुश्ती बराबरी पर छूटी। एशिया चैंपियन पहलवान सन्नी गिरि ने अखाड़े में खड़े होकर ताल ठोका, लेकिन रितेश व कपिल के बीच कुश्ती तय होने के चलते अन्य कोई पहलवान उससे टकराने की हिम्मत नहीं कर सका। इस मौके पर इनकम टैक्स अधिकारी गोपीनाथ चौबे, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बृजेंद्र राय, बसपा नेता बृजेंद्र सिंह, जिला महामंत्री दयाशंकर पांडेय, जिला उपाध्यक्ष अखिलेश सिंह, विजय सिंह, मुन्ना यादव, महेंद्र यादव, मनोज सिंह, अदालत यादव आदि रहे।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< जखनियां : पूरे क्षेत्र में धूमधाम से मनी वसंत पंचमी, पंडालों सहित शिक्षण संस्थाओं में पूजी गईं ज्ञान की देवी
नंदगंज : खूनी तांडव मचाकर एक झटके में 9 लोगों को मौत के घाट उतारने वाला गिरफ्तार, गया जेल >>