भीमापार : पुलिस पर दीवार गिरवाने का आरोप लगाकर मुख्यमंत्री को भेजा पत्र, लेखपाल ने फरियादी पर ही दर्ज कराया मुकदमा





भीमापार। सोमवार को जिले की पुलिस पर दो गंभीर आरोप लगे हैं। पहला मामला रामपुर मांझा थानाक्षेत्र का है, जहां वाहन चालक द्वारा आत्महत्या करने पर परिजनों ने थाने का घेराव कर पुलिस पर रिश्वत लेकर भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। वहीं दूसरा मामला सादात पुलिस पर लगा है, जिसमें पीड़ित ने लिखित आरोप लगाते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक शिकायत पहुंचाई है। इस मामले का वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें पुलिस द्वारा एक पक्ष को पकड़ा जा रहा है और उनकी मौजूदगी में एक पुरानी व एक नई दीवार को ढहाया जा रहा है। वहीं इस मामले में दूसरा मोड़ तब आ गया, जब हलका लेखपाल ने सड़क पर दीवार खड़ी करने पर मुख्यमंत्री से शिकायत करने वाले के खिलाफ थाने में तहरीर दी। जिसके आधार पर सोमवार की शाम 4 बजे थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। इस बाबत थानाक्षेत्र के बरहपार नसरतपुर गांव निवासी राजेश सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर शिकायत करते हुए कहा कि वो अपनी आबादी की जमीन पर दीवार खड़ी करा रहे थे। तभी हरिकृष्ण सिंह व उनके 2 पुत्र अभिषेक सिंह व अंकित सिंह सादात थाने के थानाध्यक्ष कौशलेंद्र प्रताप सिंह, एसआई हरिहर प्रसाद मिश्र व 4 अन्य सिपाहियों के साथ मौके पर पहुंचे। आरोप लगाया कि वो अपने अधिकार का दुरूपयोग करते हुए हमें गालियां देने लगे। आरोप लगाया कि इसके बाद रिश्वत लेकर मेरी 7 फीट की दीवार को गिरवा दिया। उपनिरीक्षक पर कथित रूप से गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने बीच में आई मेरी 82 साल की वृद्ध मां को धक्का दे दिया। जब हमने विरोध किया तो थानाध्यक्ष ने गंभीर धारा लगाने व जीवन भर जेल में रहने की धमकी दे दी। साथ ही मुझे व मेरे भाई को मारा। इस मामले में मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कार्यवाही की गुहार लगाई गई है। इधर इसी मामले का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कई पुलिसकर्मी एक व्यक्ति को पकड़ रहे हैं और वो छोड़ने को कह रहा है। जबकि वहीं पर दूसरे पक्ष के कई लोग उनकी बनाई गई नई व एक पुरानी दीवार को गिरा रहे हैं। एक पक्ष वीडियो बनाते हुए ये भी बोल रहा है कि पुलिस पैसा लेकर अपने सामने दीवार को गिरवा रही है। इधर घटना के बाद मौके पर मौजूद लेखपाल दिनेश चंद्र ने थाने में राजेश सिंह के खिलाफ तहरीर देते हुए कहा कि विवादित जगह पर राजेश सिंह ने दीवार खड़ी कर रास्ता बंद करने का प्रयास किया। जब राजस्व व पुलिस टीम वहां पहुंचकर रोकने का प्रयास करने लगी तो उन्होंने 7-8 लोगों के साथ सरकरी काम में बाधा डालने के साथ ही दुर्व्यवहार किया। जिसके बाद उनके खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया गया। वहीं जब इस मामले में क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मामला अवैध दीवार के निर्माण का था। बताया कि दीवार बनाने वाला पक्ष सड़क पर ही दीवार खड़ी कर रहा था। ऐसे में राजस्व विभाग की तरफ से लेखपाल मौके पर पहुंचे थे और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सादात पुलिस मौके पर पहुंची थी। ऐसे में जब एक पक्ष हड़कंप करने लगा तो पुलिस उन्हें नियंत्रित कर रही थी। रिश्वत व खड़े होकर दीवार गिरवाने का मामला नहीं है। सीओ ने बताया कि मौके पर मौजूद हलका लेखपाल ने मुख्यमंत्री से शिकायत करने वाले पक्ष के खिलाफ थाने में तहरीर दी है। उनकी तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। इस बाबत थानाध्यक्ष कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि लेखपाल की तहरीर पर राजेश सिंह समेत 7-8 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।



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