खुशखबरी! अब एम्स गोरखपुर के साथ मिलकर काम करेगा स्वास्थ्य विभाग, अमेरिका की यूनिवर्सिटी से आए व्यक्ति ने सीएमओ से की मुलाकात


गोरखपुर। स्वास्थ्य विभाग अब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स गोरखपुर के साथ मिलकर सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों पर काम करेगा। इसी क्रम में एम्स गोरखपुर के हेल्थ डेमोग्राफिक सर्विलांस सिस्टम स्थापित करने को लेकर मंगलवार को एम्स गोरखपुर के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा से मुलाकात की। विभाग की तरफ से एम्स गोरखपुर को इस कार्य में हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया गया है। इससे पहले, सीएमओ गोरखपुर ने सोमवार को एम्स गोरखपुर का दौरा कर वहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के विभिन्न कार्यक्रमों में संभावित सहयोग पर चर्चा की थी। उन्होंने एम्स में संचालित मॉडल टीकाकरण केंद्र को भी देखा था। एम्स गोरखपुर के डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन के हेड डॉ मधुसूदन और अमेरिका के येल यूनिवर्सिटी के ब्रॉन ने मंगलवार को सीएमओ डॉ झा से मुलाकात की। उनके द्वारा अपेक्षा की गई कि स्वास्थ्य विभाग येल यूनिवर्सिटी के सहयोग से एम्स गोरखपुर द्वारा हेल्थ डेमोग्राफिक सर्विलांस सिस्टम के जरिये प्रस्तावित शोध में सहयोग करें। इसके तहत सरदारनगर ब्लॉक के डुमरी खास अतिरिक्त पीएचसी के तहत आने वाले 11 राजस्व गांवों में अध्ययन किया जाएगा। इस अध्ययन में संचारी रोगों की रोकथाम, जलवायु परिवर्तन, मातृ शिशु स्वास्थ्य और जन्म मृत्यु समेत सामुदायिक स्वास्थ्य के विभिन्न आयाम शामिल हैं। सीएमओ डॉ झा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग एम्स गोरखपुर के सभी शोध कार्यों में आवश्यक सहयोग प्रदान करेगा। इसी सिलसिले में उन्होंने सोमवार को एम्स गोरखपुर पहुंच कर वहां के अधिकारियों से मुलाकात की थी। एम्स के साथ कार्य करने से स्वास्थ्य कार्यक्रम सुदृढ़ होंगे और इसका सीधा लाभ समुदाय को प्राप्त होगा। एम्स गोरखपुर के साथ पहले से ही कई क्षेत्रों में काम किया जा रहा है। मसलन, झरना टोला नगरीय स्वास्थ्य केंद्र पर एम्स के विशेषज्ञ ओपीडी करते हैं, जिसका सीधा लाभ वहां के लोगों को मिल रहा है। इसी प्रकार एम्स द्वारा गांव को गोद लेकर वहां विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों को लेकर कार्य किया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि इस सहयोग को और बढ़ाया जाए ताकि समुदाय को अधिकाधिक लाभ मिल सके।