बहरियाबाद : लालसा इंटरनेशनल स्कूल में धूमधाम से हुआ ‘संस्कृति-2024’ व विज्ञान प्रदर्शनी का भव्य आयोजन, भव्यता देख मुख्य अतिथि भी खींचने लगे तस्वीरें





बहरियाबाद। पूर्वांचल के प्रमुख लालसा ग्रुप ऑफ एजुकेशन के रायपुर स्थित लालसा इंटरनेशनल स्कूल का स्थापना दिवस ‘संस्कृति-2024’ वार्षिकोत्सव के रूप में बेहद धूमधाम से परिसर में ही मनाया गया। साथ ही विज्ञान प्रदर्शनी भी आयोजित की गई। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार व बतौर विशिष्ट अतिथि बहरियाबाद थानाध्यक्ष शैलेंद्र पांडेय ने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद बच्चों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए टिप्स देते हुए कहा कि लक्ष्य तय करके ही विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई करनी चाहिए। कहा कि जिनके जीवन के लक्ष्य निर्धारित नहीं होते, उन्हें जीवन की मंजिल नहीं मिलती है। इसलिए लक्ष्य के साथ कठिन परिश्रम कर पढ़ाई की जाए तो सफलता स्वतः ही मिल जाती है। वहीं संस्थान के चेयरमैन व स्कूल के प्रबंधक अजय यादव ने कहा कि शिक्षा हर व्यक्ति के जीवन में बेहद अहमियत रखती है। कहा कि शिक्षा से ही मनुष्य के जीवन का सर्वांगीण विकास होता है। इसलिए जीवन में अगर कुछ बनना है तो उसके लिए शिक्षित होना जरूरी है। कार्यक्रम के दौरान स्कूल के बच्चों ने अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जिसमें बच्चों ने सबसे पहले सरस्वती वंदना से शुरूआत की और फिर स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इसके बाद सेना पर आधारित एनिमेशन कार्यक्रम प्रस्तुत किया। वहीं हाई हील गीत पर बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद बी. फॉर्मा के प्रशिक्षुओं ने कोरोना काल के दौरान फार्मासिस्टों की महत्वपूर्ण भूमिका व कर्तव्यों को दिखाते हुए शानदार नाटक प्रस्तुत किया। जिसकी लोगों ने जमकर सराहना की और खड़े होकर तालियां बजाईं। इसके बाद प्रशिक्षुओं ने मंच से ही कहा कि बी. फॉर्मा करने के बाद सिर्फ मेडिकल स्टोर ही नहीं खोला जाता, बल्कि चिकित्सक के बाद लोगों की जान बचाने वाला फॉर्मासिस्ट ही होता है। इसलिए अगर बच्चा बी. फार्मा में प्रवेश के लिए बोले तो उसकी इच्छा का सम्मान करके उसे प्रवेश दिलाएं। इसके बाद कई गीतों पर कार्यक्रम प्रस्तुत करने के बाद एक बच्चे ने गिटार वादन किया। कार्यक्रम में उस उम्र के बच्चे भी बेहद शानदार कार्यक्रम पेश कर रहे थे, जिन्हें अभी बोलने भी नहीं आ रहा था। उनके नन्हें कदमों के नृत्य देख मुख्य अतिथि भी उसे मोबाइल में कैद करने से नहीं रोक सके। इस दौरान बच्चों ने भ्रष्टाचार व अदालत विषयक एक नाटक प्रस्तुत करके समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार को दिखाने के साथ ही लोगों से उसे रोकने की अपील की। इसके पूर्व अभिभावकों की क्या जरूरत होती है, इस विषय पर कार्यक्रम पेश किया। जिसे अभिभावकों द्वारा खड़े होकर तालियों से स्वागत किया गया। उन्होंने अभिभावकों की महत्वपूर्ण भूमिका का कार्यक्रम में दृश्यांकन किया। दोपहर 2 बजे से शुरू हुए कार्यक्रम देररात करीब 10 बजे तक चले। जिसे देखने के लिए भारी भीड़ जुटी रही। एक तरफ बच्चे अपना सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहे थे तो दूसरी तरफ अन्य बच्चों ने विज्ञान प्रदर्शनी भी लगाई थी। जिसमें उन्होंने ज्वालामुखी की प्रतिकृति बनाकर उसे चलाकर भी दिखा रहे थे। तो किसी ने चंद्रयान बनाया था। सभी बच्चों के द्वारा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए कई तरह की विज्ञान की प्रदर्शनी लगाई गई थी। जिसे मुख्य अतिथि ने निरीक्षण करते हुए जमकर सराहा। वहीं कुछ बच्चों ने अपने हाथों से पेंटिंग बनाकर उसकी भी दीवार पर प्रदर्शनी लगाई थी। इस दौरान संस्था के प्रबंधक और प्रधानाचार्य द्वारा प्रतिभावान बच्चों के सम्मानित भी किया गया। वहां उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के लिए बहरियाबाद थाने की फोर्स जगह-जगह तैनात थी। इस मौके पर राजेश कुशवाहा, विमल कुशवाहा, गोपाल सेन, रवि, अनीता, निकहत, विकास, बिंदेश, रंजना आदि रहे। संचालन मनोज यादव ने किया।



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