भूमिहार महिला समाज ने किया डांडिया महोत्सव का आयोजन, बेहतरीन प्रस्तुति देने वाली आकांक्षा सिंह को किया गया सम्मानित
वाराणसी। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी महिला भूमिहार समाज द्वारा कैंटोमेंट क्षेत्र के निजी होटल में डांडिया महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें पूरे क्षेत्र से महिलाएं व युवतियां पहुंचीं। कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि डॉ. अदिति राय व विभा राय ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इसके बाद गणेश वंदना व दुर्गा वंदना के साथ शुरूआत हुई। मुख्य अतिथि ने कहा कि सनातन धर्म के प्रत्येक पर्व का उद्देश्य ही आपसी एकता और भाईचारा बढ़ाना है। कहा कि इन पर्वों के माध्यम से पुरातन संस्कृति को जीवित रखने का अवसर मिल जाता है। वहीं संस्थापक डॉ राजलक्ष्मी राय ने कहा कि ये हमारी संस्कृति का एक हिस्सा बन चुका है। इनके द्वारा हमें अपने धर्म व अपनी सभ्यता से जुड़ने का अवसर प्राप्त होता है। यह पर्व ही विशेष रूप से शक्ति के प्रतीक रूप में तमाम नारियों के सम्मान से जुड़ा हुआ है। इस दौरान कार्यक्रम में शामिल महिलाएं पारंपरिक परिधान में महोत्सव में डांडिया खेल रही थीं। पारंपरिक गानों और रंग-बिरंगी रोशनी के बीच लोग डांडियां और गरबा का लुत्फ उठाते रहे। इस दौरान बेहतरीन प्रस्तुति देने वालों को पुरस्कारों से नवाजा गया। आकांक्षा सिंह को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में बड़ों के साथ ही छोटे बच्चे भी उत्साहित थे। जिसमें स्कूली बच्चों ने मां दुर्गा स्तुति करते हुए महिषासुर मर्दिनी कार्यक्रम व बंगाल के परंपरागत डांडिया नृत्य सहित मां दुर्गा की आरती की। इस मौके पर संयोजक मंडल की सीमा, प्रतिमा, पूनम, सोनी, नीलू, रीमा, चंद्रकला, पायल, रिमझिम, मीडिया प्रभारी प्राची, मंजुला, वंदना, डॉ. विजेयता, शंकुतला राय, साधना, रूपा, आशा, अंजू, नीलिमा, अमिता, अंकिता, ज्योति, सोनाली, रिंकी, किरन, सोनिया, पूजा, सुमन, श्रद्धा, सरिता, बबिता आदि रहीं। संचालन नीलू सिंह व सीमा राय ने किया।