गोरखपुर : 10 अप्रैल से 11 विभाग चलाएंगे संचारी रोग नियंत्रण अभियान, हर घर में दस्तक देकर बीमारियों की करेंगे रोकथाम



गोरखपुर। जिले में एक अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल तक 11 विभागों की मदद से संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान दिमागी बुखार से बचाव के साथ सभी प्रकार के संचारी रोगों जैसे मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, टीबी, कुष्ठ आदि से बचाव के प्रयास होंगे। 10 अप्रैल से स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर दस्तक देकर लोगों को बीमारियों के प्रति जागरूक करेंगी और संभावित लक्षण वाले रोगियों की सूची भी तैयार करेगी। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने दी। उन्होंने बताया कि जनपद स्तरीय अभियान का शुभारंभ महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से करेंगे। सभी ब्लॉकों पर अभियान के शुभारंभ कार्यक्रम में जनप्रतिनिधिगण शामिल होंगे। बताया कि एक माह तक चलने वाले संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायती राज विभाग या ग्राम विकास विभाग, पशुपालन विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, कृषि एवं सिंचाई विभाग, सूचना विभाग और उद्यान विभाग समन्वय बना कर काम करेंगे। इस दौरान संचारी रोगों के वाहक नियंत्रण गतिविधियों, जनजागरूकता, साफ सफाई, शुद्ध पेयजल के इंतजाम, हीट वेव के प्रबंधन की गतिविधियां आदि संचालित की जाएंगी। इस संबंध में जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश और सीडीओ संजय कुमार मीणा के दिशा निर्देशन में आवश्यक बैठकें सम्पन्न हो चुकी हैं। पूरे माह अग्रपंक्ति कार्यकर्ता आभा आईडी भी बनाएंगी। डॉ दूबे ने बताया कि 10 से 30 अप्रैल के बीच दस्तक अभियान के दौरान स्वास्थ्य टीमे घर-घर जाएंगी और लोगों को बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक करेंगी। साथ ही बुखार के रोगियों, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस, संभावित क्षय रोगियों, कुष्ठ, फाइलेरिया एवं कालाजार के संभावित रोगियों और कुपोषित रोगियों की सूची तैयार करेंगी। साथ ही क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची भी तैयार की जाएगी जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन अधिक पाया गया हो। इस कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा आशा कार्यकर्ताओं को पूरा सहयोग करने का दिशा निर्देश है। सीएमओ ने बताया कि जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ राजेश और डीएमओ अंगद सिंह स्वास्थ्य विभाग के तरफ से अभियान का नेतृत्व करेंगे। स्वास्थ्य टीमों को निर्देश दिया गया है कि जिन घरों में 15 वर्ष से कम आयु के बच्चे हों या फिर संभावित क्षय रोगी हों, वहां घर के बाहर स्टीकर अवश्य लगाएं। ऐसे परिवारों के सदस्यों को प्रेरित करना है कि किसी भी प्रकार का बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं।