सैदपुर में 100 करोड़ रूपए के लोको शेड सहित देशभर में कुल 85 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का पीएम मोदी ने किया लोकार्पण
सैदपुर। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह साढ़े 10 बजे औड़िहार-सादात रेलखण्ड पर विद्युतीकृत लाइन के साथ दोहरीकरण कार्य व सैदपुर भितरी रेलवे स्टेशन पर स्थापित 100 करोड़ रुपये की लागत के विद्युत लोको शेड का दिल्ली से ही बटन दबाकर वर्चुअली लोकार्पण किया। इसके पूर्व उन्होंने वीडियो के जरिये वहां मौजूद जनता को सम्बोधित भी किया। पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के सैदपुर भितरी रेलवे स्टेशन पर 100 करोड़ की लागत से सैदपुर भितरी में स्थापित विद्युत लोको शेड स्थापित किया गया है। 23 जून 2018 को तत्कालीन रेलराज्य मंत्री व वर्तमान में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस लोको शेड का शिलान्यास किया था। उस समय इसकी अनुमानित लागत 96.4 करोड़ थी। वर्तमान में ये 100 करोड़ रुपये की लागत से पूरी हुई। जिसका लोकार्पण आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद बटन दबाकर किया। इस लोको शेड में मौजूद ट्रेनों के इंजन पर सैदपुर भितरी नाम भी छपा है। जिसे देखकर भी लोग गौरवान्वित हो रहे हैं। 12 एकड़ में बने 100 केएसी क्षमता के इस लोको शेड में ट्रेनों के इलेक्ट्रिक इंजन में खराबी आने पर उनकी मरम्मत, समय-समय पर मेंटेनेंस आदि के कार्य किये जायेंगे। इसके बनने से रोजगार के भी अवसर बढ़ गए हैं। पूरे वाराणसी, गोरखपुर व दानापुर रेलवे मंडल में इस तरह का एक भी लोको शेड नहीं है। आसपास के तीनों मंडलों में ये इकलौता लोको शेड है। सैदपुर भितरी स्टेशन पर लोकोशेड के अलावा गाजीपुर सिटी एवं दुल्लहपुर रेलवे स्टेशन पर एक स्टेशन एक उत्पाद का लोकार्पण भी पीएम ने बटन दबाकर किया। बता दें कि एक उत्पाद योजना के अंतर्गत गाजीपुर सिटी स्टेशन पर जूट क्राफ्ट व मौसमी फल और दुल्लहपुर रेलवे स्टेशन पर मिलेट्स प्रोडक्ट्स के स्टॉल लगाए गए हैं। जिससे यात्रियों को स्टेशन पर ही सजावटी सामान एवं पोषक अल्प आहार उपलब्ध होंगे। इसके अलावा पीएम ने कुल 85 हजार करोड़ से अधिक की लागत से बनी विभिन्न 6 हजार रेल परियाजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन व लोकार्पण किया। इसके अलावा 10 नई वंदे भारत व 4 वंदे भारत एक्सप्रेस के मार्ग विस्तार तथा अन्य ट्रेनों का भी शुभारम्भ किया। इसके लिए सैदपुर भितरी सहित 764 कार्यक्रम स्थल वीडियो प्रसारण के माध्यम से जुड़े रहे। इसके अलावा पीएम द्वारा भारतीय रेल के स्टेशनों पर ‘एक स्टेशन एक उत्पाद‘ के 1500 से अधिक स्टॉल, 50 स्टेशनों पर प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र, 51 गति शक्ति मल्टीमॉडल कार्गो टर्मिनल, रेलवे गुड्स शेड्स, कुल 2763 करोड़ रूपए की लागत के 16 रेलवे कारखानों, लोको शेड्स, पिट लाइन, कोचिंग डिपो, 975 स्थलों पर स्टेशन भवनों एवं सर्विस भवनों पर सोलर प्लांट, 35 रेल कोच रेस्टोरेंट, कुल 2135 किलोमीटर तक के विभिन्न रेल खंडों के विद्युतीकरण, 100 खंडों पर 1500 किमी. तक के दोहरीकरण/तीसरी लाइन/आमान परिवर्तन, इस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के 401 किमी के न्यू खुर्जा-सहनेवाल खंड, वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के 244 किमी के न्यू मकरपुरा-न्यू घोलवड खंड, वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर, 2,646 स्टेशनों के डिजिटल कंट्रोलिंग, 80 खंडों में 1045 किमी. के ऑटोमेटिक सिंग्नलिंग खंडों का लोकार्पण तथा 19 रेलवे कारखानों/लोको शेडों/पिट लाइनों/कोचिंग डिपो, फल्टन-बारामती नई लाइन एवं इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन सिस्टम के उन्नयन कार्य का शिलान्यास भी किया। पीएम ने ‘एक स्टेशन एक उत्पाद‘ आउटलेट के रूप में भारतीय रेलवे स्टेशनों पर स्थापित 160 करोड़ रूपए की लागत से 1,500 से अधिक स्टॉल का लोकार्पण किया। जिसमें पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर स्थापित 54 स्टॉल भी शामिल रहे। इसके अलावा 14 श्रेणियों के कुल 6 लाख विश्वकर्मा प्रधानमंत्री से कार्यक्रम के दौरान सीधे जुड़े रहे। इसके लोकार्पण के दौरान रेलवे के आला अधिकारी भी मौजूद रहे।
इसी क्रम में गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर भी कार्यक्रम हुआ। राज्यसभा सांसद डॉ संगीता बलवंत ने कहा कि भारत का परम सौभाग्य है कि अटल बिहारी बाजपेई के बाद देश को नरेंद्र मोदी के रूप में ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जो विकासशील भारत को विकसित भारत बना रहे हैं। कहा कि 2014 से 2024 का काल खंड भारत का स्वर्णिम काल खंड है। जिसमें प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश ने अभूतपूर्व ऊंचाइयों को छुआ है। अब जब प्रधानमंत्री मोदी हैट्रिक लगायेंगे तो देश पांचवीं से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा। कहा कि गाजीपुर में भी विकास का पहिया फिर से घूमे, इसके लिए 2024 में गाजीपुर लोकसभा में कमल खिलाइए और पीएम मोदी के हाथों को मजबूत करिए। इस मौके पर अभिनव सिन्हा, कृष्णबिहारी राय, नपा अध्यक्ष सरिता अग्रवाल, नोडल अधिकारी व नार्थ ईस्ट रेलवे के वरिष्ठ डीएमई अपूर्व स्वर्णकार, विनोद अग्रवाल, प्रवीण सिंह, अच्छेलाल गुप्ता, सोमारू चौहान, रासबिहारी राय, कार्तिक गुप्ता, अभिनव सिंह, निखिल राय, शशांक राय, गर्वजीत सिंह, शनि चौरसिया, शिवम त्रिपाठी, संदीप राय, गिरधारी जायसवाल, सतीश राय, विशाल चौरसिया, अतुल सिंह, हिमांशु राय आदि रहे।