भीमापार : सरकारी स्कूलों में बच्चों की घटती संख्या देख चलाया जा रहा अभियान, घर-घर जाकर जागरूक कर रहे शिक्षक



भीमापार। जिले के सरकारी स्कूलों में बच्चों का नामांकन बढ़ाने के लिए शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह घर-घर जाकर अभिभावकों को जागरूक कर रहे हैं और उन्हें बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। इसी क्रम में कम्पोजिट विद्यालय जगदीशपुर, बरहपार नसरतपुर, पंचरुखवा, प्राथमिक विद्यालय महुरसा, उच्च प्राथमिक विद्यालय बिजरवां आदि के शिक्षकों ने घर-घर जाकर अभिभावकों से सम्पर्क किया। इस दौरान शिक्षक सरकार की शैक्षिक योजनाओं की जानकारी कराकर इससे होने वाले लाभ से लोगों को अवगत करा रहे हैं। प्रोत्साहन योजना के तहत मिड डे मील योजना में सोमवार को फल और बुधवार को दूध देने, निःशुल्क पुस्तकों का वितरण, विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का संचालन, ड्रेस, जूता-मोजा, बैग और स्टेशनरी के लिए अभिभावकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से सरकार द्वारा 1200 रूपए देने की जानकारी भी दी जा रही है। शिक्षक पूरे उत्साह के साथ अभिभावकों से सम्पर्क कर उन्हें अपने बच्चों को परिषदीय विद्यालयों में नामांकन कराने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। बता दें कि बेसिक स्कूल हो या माध्यमिक विद्यालय, सभी में साल दर साल नामांकन संख्या घट रही है। छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ाने के लिए स्कूल चलो अभियान के तहत प्रयास किए जा रहे हैं। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी होने के चलते अभिभावकों का इन स्कूलों से मोहभंग हो रहा है। ऐसे में शिक्षक उन्हें सरकार की ओर से स्कूलों में मुफ्त शिक्षा, किताबें, मिड-डे मील जैसी सुविधाओं के बारे में बता रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षक स्कूल चलो और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत अभिभावकों को बच्चों का दाखिल कराने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव के निर्देशन में शिक्षक डोर टू डोर अभियान के साथ ही नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी अभिभावकों को प्रवेश कराने के लिए जागरूक कर रहे हैं।