औड़िहार के न्यू लीलावती अस्पताल में क्षेत्र के एकमात्र वेंटिलेटर के चलते वयोवृद्ध पुजारी की बचा ली गई जान, परिजनों ने जताया आभार
सैदपुर। क्षेत्र के औड़िहार स्थित न्यू लीलावती अस्पताल में लगे हुए क्षेत्र के एकमात्र वेंटिलेटर सिस्टम की वजह से एक वृद्ध की जान चिकित्सकों ने बचा ली। जिसके बाद परिजन आभार जताते हुए नहीं थक रहे हैं। मुड़ियार निवासी 95 वर्ष के सरजू यादव गांव में पुजारी हैं। वो शुरू से ही पूरे साल भोर में 3 बजे ही नहाते हैं। बीते दिनों महाशिवरात्रि की भोर में मंदिर में पूजा के पूर्व उन्होंने स्नान किया और इसके बाद उनके फेफड़े में संक्रमण शुरू हो गया और स्थिति बेहद गंभीर हो गई। परिजन उन्हें फौरन लेकर सैदपुर आए तो यहां से रेफर किया गया। जिसके बाद उन्हें क्षेत्र भर में एकमात्र वेंटिलेटर वाले अस्पताल न्यू लीलावती अस्पताल में ले जाया गया, जहां 4 दिनों तक चले उपचार के बाद आखिरकार उनकी जान बचा ली गई। डॉ. राजीव यादव, प्रबंधक नितेश यादव, आदि ने बताया कि उनकी जान बचने की संभावना पूरी तरह से खत्म हो गई थी लेकिन जीवन रक्षक उपकरण कहे जाने वाले वेंटिलेटर के चलते काफी मशक्कत के बाद उनकी जान बच सकी। सूर्यभान ने बताया कि डॉ. राजीव यादव व नर्स आंचल ने उनका उपचार किया। बताया कि पूरे क्षेत्र में ये उपकरण सिर्फ न्यू लीलावती अस्पताल में ही लगाया गया है। जिसके चलते गंभीर से गंभीर परिस्थिति में भी अगर मरीज को लाया जाए जो वेंटिलेटर पर रखने की वजह से चिकित्सकों को उपचार के लिए समय मिल जाता है। उपकरण न होने की स्थिति में कई बार इलाज शुरू करने के पूर्व ही मरीज की मौत हो जाती थी। वृद्ध पुजारी के परिजनों ने इस उपकरण को सैदपुर सहित पूरे जिले के लोगों के लिए वरदान बताया। कहा कि इसके होने की वजह से अब लोग यहां मरीज को भर्ती कर सकेंगे। कई बार वाराणसी जाते-जाते ही मरीज की मौत हो जाती थी लेकिन अब सैदपुर में ही उपकरण होने से इसका लाभ मिलेगा।