अंग्रेजों के समय से संचालित बहरियाबाद के इस कंपोजिट विद्यालय को आज तक नहीं मिल सका अपना रास्ता, वैकल्पिक रास्ते पर निर्माण कार्य को कराया गया बंद





बहरियाबाद। ब्रिटिश काल से ही संचालित क्षेत्र के आराजी कस्बा सवाद स्थित कम्पोजिट विद्यालय तक तक आने-जाने का आज तक अपना कोई कागजी रास्ता नहीं है। इसके चलते दक्षिणी व उत्तरी तरफ की खाली जमीन से होकर बच्चे व शिक्षक स्कूल आते जाते थे। लेकिन अब दक्षिणी तरफ से आने-जाने के रास्ते पर एक व्यक्ति द्वारा निर्माण कार्य कराने व उत्तर की तरफ की खाली जमीन के मालिक ने उस जमीन पर झाड़-झंखाड़ रखकर रास्ते को बंद कर दिया है। जिसके चलते बच्चों व शिक्षकों को स्कूल पहुंचने में काफी असुविधा का सामना करना पड़ा है। इस बात की सूचना खंड शिक्षा अधिकारी मनीष सिंह को दी गई तो वो मौके पर पहुंचे और पुलिस की मदद से निर्माण कार्य को रोकवा दिया। बता दें कि उक्त विद्यालय तक जाने के लिए कागज पर कोई रास्ता नहीं है। विद्यालय के उत्तर व दक्षिण की खाली जमीन से होकर छात्र-छात्राओं का आवागमन होता था। गुरुवार को दक्षिण की तरफ बहरियाबाद- परमानपुर मार्ग पर आवागमन की लगभग 12-14 फुट खाली जमीन के मालिक ने नींव खोदकर अपना निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया। जिस कारण उक्त दिशा से विद्यालय पहुंचना बंद हो गया। वहीं उत्तर दिशा सैदपुर- बहरियाबाद मार्ग पर स्थित खाली जमीन से होकर जाने वाले रास्ते पर भी उक्त जमीन के मालिक द्वारा झाड़ियां रखकर रास्ते को बंद कर दिया गया। शिक्षकों ने बताया कि विद्यालय तक पहुंचने का कोई रास्ता न होने के सम्बन्ध में पूर्व में कई बार शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों व उप जिलाधिकारी जखनियां को तत्कालीन प्रधानाध्यापकों द्वारा पत्र लिखकर सूचना दी जा चुकी है और उने से रास्ता उपलब्ध कराने की मांग की गई। लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। क्षेत्रीय लेखपाल मन्नू यादव ने बताया कि इस सम्बन्ध में तहसीलदार से बात की गईं। जिसके बाद विद्यालय तक पहुंचने की वैकल्पिक व्यवस्था होने तक उनके निर्देश पर पुलिस ने निर्माण कार्य को रोकवा दिया है।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< 25 साल पहले जखनियां को मिला तहसील का दर्जा लेकिन आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे लोग
सैदपुर : कर्जे में था पति तो झगड़े के बाद गुस्से में पत्नी ने कहा कि अब कभी मेरी शक्ल नहीं देख पाओगे, फिर रेलवे क्रासिंग पर कर ली आत्महत्या >>