सियावां पंचायत के सचिवालय के कर्मी की मनमानी से बेजार हुए ग्रामीण, आए दिन सचिवालय से रहती है गायब, नहीं हो पाते हैं काम





सैदपुर। एक तरफ शासन जनता की सहूलियत के लिए भिन्न-भिन्न प्रकार के योजनाओं का क्रियान्वयन कर रही है तो दूसरी तरफ उसके कारिंदे जनता की नजर में सरकार की नईया डुबोने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसके अलावा कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है। जिसकी शिकायत करने पर भी संबंधित अधिकारियों के कानो में जूं तक नहीं रेंगती है। मामला देवकली ब्लॉक के सियावां स्थित गांव का है। वहां पर बनाए गए ग्राम पंचायत के सचिवालय पर आए दिन ताला ही नहीं खुलता है। जिसके चलते वहां अपना काम कराने जाने वाले ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं। सुबह 11 बजे पहुंचने पर सचिवालय पर ताला बंद मिला। ग्रामीणों ने बताया कि गांव की ही एक युवती दीप्ति गिरि की नियुक्ति यहां पर कंप्यूटर के लिए की गई है। लेकिन वो अक्सर गायब रहती है। आमतौर पर वो सुबह आती है और कुछ देर रहने के बाद वापिस चली जाती है। ग्रामीणों को सचिवालय संबंधित कार्य होने पर काफी देर तक वहां बैठकर इंतजार करना पड़ता है या उनके घर जाना पड़ता है। और उनके न मिलने पर मायूस होकर वापस जाना पड़ता है। जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए समस्या के निराकरण की मांग की हैं। इस संबंध में ग्राम प्रधान कामेश्वर यादव ने बताया कि वह इस समय किसी कार्यवश प्रयागराज गए है। आने पर मामले को देखेंगे। कहा कि दीप्ति सुबह सचिवालय पर गई थी। उसके बाद किसी कार्यवश वह चली गई।



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