सैदपुर : मुंबई के बिल्डर का अपहरण कर मांगी 10 लाख की फिरौती, 2 अपहरणकर्ता बड़हरा से गिरफ्तार, रिश्तेदार निकला एक अपहरणकर्ता


सैदपुर। स्थानीय पुलिस ने बिल्डर का अपहरण कर 10 लाख की फिरौती मांगने वाले दो अपहरणकर्ताओं को 12 घंटों के अंदर गिरफ्तार कर लिया और आवश्यक कार्यवाही पूरी करते हुए उन्हें शनिवार की अपराह्न 3 बजे जेल भेज दिया। साथ ही अपहृता को भी सुरक्षित बरामद कर लिया। अपहरणकर्ताओं में एक बदमाश अपहृत हुए बिल्डर का रिश्तेदार निकला। नंदगंज थानाक्षेत्र बड़हरा गांव के मूल निवासी रहे स्व. देवशरण सिंह चौहान काफी पहले ही पूरे परिवार के साथ मुंबई के मलाड वेस्ट में मकान बनवाकर रहने लगे। वो बिल्डर का काम करते थे। उनका बेटा प्रमोद चौहान भी मुंबई आदि क्षेत्रों में यही काम करता है। उसने सैदपुर के भितरी स्थित एकावस पट्टी गांव में एक फॉर्म हाउस बनवाया था और अपने पैतृक क्षेत्र में आने पर यहीं पर रूका करता था। इस बीच भी वो किसी काम से यहां आया था और अपने एकावस पट्टी स्थित फॉर्म हाउस पर रूका था। शनिवार को वहां पर प्रमोद का फुफेरा भाई निलेश चौहान पुत्र सुरेंद्र चौहान निवासी बस्ती, रानीपुर, मऊ व उसके साथी बड़हरा गांव निवासी विशाल चौहान पुत्र मायानाथ चौहान अपने कुछ अज्ञात साथियों के साथ वहां पहुंचे और उन्होंने मारपीट करते हुए प्रमोद का अपहरण कर लिया। इसके बाद उसे छोड़ने के बदले उसके परिजनों से 10 लाख रूपए की फिरौती मांगी। इसके बाद प्रमोद को किसी गाड़ी में बिठाकर उसे 2 घंटों तक अंजान जगहों पर घुमाया और मारपीट करते हुए उससे ऑनलाइन 25 हजार रूपए किसी खाते में ट्रांसफर भी कराए। फिरौती की बात का पता चलने पर परिजनों ने थाने में दोनों नामजद व कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस तत्काल सक्रिय हुई और सूचना के आधार पर भितरी चौकी इंचार्ज ओमप्रकाश यादव ने बड़हरा निवासी बदमाश के घर के बाहर से दोनों नामजद आरोपियों को घटना को अंजाम देने के 12 घंटों के अंदर गिरफ्तार कर लिया और अपहृत बिल्डर को सकुशल बरामद कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने प्रमोद को मारपीट कर घायल भी कर दिया था। जिसके बाद उसे इलाज के लिए ले जाया गया। वहीं उसके सकुशल मिल जाने के बाद परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया है। फुफेरे भाई द्वारा ऐसी घटना को अंजाम दिए जाने पर परिजनों में भी हैरानी है। वहीं टीम में उनके साथ एसआई विद्याधर तिवारी, कां. अभिषेक मिश्र, अंकित चौधरी, विष्णु प्रभाकर पाल व संदीप कुमार रहे।