गोरखपुर के इकलौते एएनएम प्रशिक्षण केंद्र की 33 वर्षों बाद बदली सूरत, इन खास सुविधाओं से लैस हुआ केंद्र
गोरखपुर। जिले के इकलौते एएनएम प्रशिक्षण केंद्र की सूरत अब बदल चुकी है। यहां एएनएम बनने के लिए बेहतरीन प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे समुदाय को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी। केंद्र के स्किल लैब, पुस्तकालय और वर्चुअल सुविधाओं के क्रियाशील हो जाने से यहां से तैयार होने वाली एएनएम समुदाय को और बेहतर सेवा पहुंचा पाएंगी। प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने इस केंद्र का बुधवार को वर्चुअली शुभारंभ भी कर दिया है। शुभारंभ अवसर पर केंद्र में पिपराईच विधायक महेंद्रपाल सिंह, जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश, एडी हेल्थ डॉ इंद्रविजय विश्वकर्मा, सीएमओ डॉ आशुतोष कुमार दूबे और केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ नंद कुमार भी पहुंचे। सभी लोगों ने केंद्र का निरीक्षण किया और वर्चुअल कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। नोडल ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी के दिशा-निर्देशन में पूरे केंद्र की तस्वीर बदल दी गयी है। केंद्र में चार कम्प्यूटर, एक लैपटॉप, प्रिंटर, प्रोजेक्टर और इंटरनेट की व्यवस्था की गयी है, जिससे यहां से तैयार होने वाली एएनएम को हाईटेक बनाया जा सके। तकनीकी तौर पर दक्ष एएनएम प्रत्येक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के सूचकांक को सुधारने में मददगार होंगी। गैप्स दूर होंगे और समुदाय को बेहतर सेवा मिलेगी। प्रशिक्षु एएनएम के लिए सात कमरों का छात्रावास भी तैयार है, जहां उनकी सुरक्षा को देखते हुए पूरे केंद्र में छह सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गये हैं। छह बाथरूम बनाये गये हैं। ट्यूटर व प्रधानाचार्य के लिए अलग कक्ष बनाया गया है। केंद्र के किचन को भी क्रियाशील किया जा चुका है। बताया कि सभी क्लासरूम और छात्रावास के लिए चार इन्वर्टर भी लगाए गए हैं। केंद्र के कॉमन रूम में टीवी का भी इंतजाम कर दिया गया है। स्किल लैब में आधुनिकतम प्रशिक्षण के सभी मानकों के अनुसार व्यवस्था की गयी है। लाइब्रेरी में भी पर्याप्त मात्रा में पाठ्य सामग्री का इंतजाम किया गया है। केंद्र को तैयार करने में जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज आनंद, डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय, जपाइगो संस्था की प्रतिनिधि डॉ निकिता राव, वरिष्ठ कार्यालय सहायक नवीन गुप्ता व केंद्र के लोगों ने विशेष सहयोग किया है। केंद्र में इस समय 44 छात्राएं, सात नर्सिंग ट्यूटर, एक ट्यूटर इंचार्ज समेत अन्य स्टॉफ की उपलब्धता है। इस मौके पर एसीएमओ डॉ एके चौधरी, केएन बरनवाल, ट्यूटर इंचार्ज सावित्री, जेई आरएन सिंह, सुनीता पटेल, आदिल, लालमन, पीयूष आदि रहे।