बाल विवाह व बाल श्रम से बच्चों को मुक्ति दिलाने में योगदान दें लोग, शिविर में दिया गया प्रशिक्षण
देवकली। बाल विवाह तथा बाल श्रम से बच्चों को मुक्ति दिलाने के लिए यूनिसेफ द्वारा संचालित नया सबेरा परियोजना के तहत ब्लाक मुख्यालय में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर को संबोधित करते हुए यूनिसेफ बाल संरक्षण वाराणसी के मण्डलीय सलाहकार रिजवाना ने कहा कि बाल विवाह व बाल श्रम एक सामाजिक अपराध है। जिस पर अंकुश लगाना आवश्यक है। इसके लिए प्रबुद्ध वर्ग व सामजसेवी संगठनों को आगे आना होगा। कहा कि शासन द्वारा कड़े कानून बनाये गये हैं, जिस पर अमल करना सभी लोगों का दायित्व है। कहा कि बाल मजदूरी करने वाले बच्चों को चिह्नित करके उन्हें श्रम विभाग तथा महिला एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा चलायी जा रही योजनाओं से जोड़ने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर नियमित बैठक आयोजित कर जागरुक करना चाहिए। सैदपुर के श्रम प्रवर्तन अधिकारी पूर्ति यादव ने कहा कि बाल विवाह व बाल श्रम रोकने में शिक्षा अहम भूमिका निभाती है। ऐसे बच्चों को चिह्नित कर स्कूल भेजने का प्रयास करें ताकि देश के नव निर्माण में अहम भूमिका निभा सकें। इस मौके पर एडीओ पंचायत गंगासागर कुशवाहा, टीआरपी अमीनुद्दीन, कोआर्डिनेटर प्रशान्त कुमार, विधि एवं न्याय बोर्ड के जगमोहन, धनंजय कुमार, मनोज चौबे आदि रहे।