गंभीर रोगियों के लिए वरदान बनी एएलएस एंबुलेंस, उच्च चिकित्सा केंद्र के लिए रेफर पर मिलती है सुविधा





गोरखपुर। निःशुल्क एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस गंभीर मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस एंबुलेंस की सेवा चिकित्सक के सलाह पर ही मिलती है। यह एंबुलेंस गंभीर तौर पर बीमार मरीजों को उच्च चिकित्सा केंद्र पर ले जाने के लिए मिलती है। जिले में आठ महीने के दौरान एएलएस एंबुलेंस 1486 गंभीर रोगियों को सेवाएं दे चुकी हैं। बस्ती जिले के मुंडेरवा थाना क्षेत्र के बदवल गांव के रहने वाले तारकेश्वर ने बताया कि उनकी मां उर्मिला देवी (72) इसी साल 20 अप्रैल से बीमार थीं। उनका इलाज कराया जा रहा था कि 23 अप्रैल को उनकी हालत गंभीर हो गयी। उन्हें बस्ती के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें बाबा राघव दास मेडिकल कालेज गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया। उन्हें गैस्ट्रो के अलावा शरीर में सूजन और सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी। इसके बाद गोरखपुर के चिकित्सकों ने उन्हें किंग जार्ज मेडिकल कालेज लखनऊ ले जाने की सलाह दी। गंभीर परिस्थिति में मां को लखनऊ ले जाने के लिए साधन के इंतजाम के बारे में सोच ही रहे थे कि उनकी नजर मेडिकल कालेज में लगे पोस्टर पर पड़ी जिस पर एएलएस एंबुलेंस सुविधा के बारे में जानकारी थी और नंबर भी दिया गया था। तारकेश्वर का कहना है कि उन्होंने दिये गये नंबर पर कॉल किया और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) केशरी चौरसिया और पॉयलट पंकज एंबुलेंस लेकर पहुंच गये। उनकी मां को केजीएमयू लखनऊ पहुंचाया गया और इलाज के बाद उनकी मां स्वस्थ हो चुकी हैं। वह सरकार की इस निःशुल्क सुविधा से संतुष्ट हैं। इस सेवा का संचालन कर रही मेड केयर 365 मेडिकल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड संस्था के जिला समन्वयक रमाकान्त ने बताया कि चिकित्सक द्वारा रेफर किये जाने के बाद गंभीर मरीजों के परिजन 0522-2466510 नंबर पर कॉल करके इस सुविधा को प्राप्त कर सकते हैं। जिले में सेवा का संचालन आपरेशन मैनेजर मितेश श्रीवास्तव और क्लस्टर लीडर शालीन सिंह की देखरेख में किया जा रहा है। सीएमओ डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने कहा कि जिले में चार एएलएस एंबुलेंस का संचालन किया जा रहा है जो गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल से बीआरडी मेडिकल कालेज और आवश्यकता पड़ने पर बीआरडी मेडिकल कालेज से लखनऊ के उच्च चिकित्सा केंद्रों तक ले जाती हैं। यह एंबुलेंस निःशुल्क है और ऑक्सीजन के साथ आईसीयू की सुविधाओं से लैस है। इसकी सुविधा सिर्फ चिकित्सक की सलाह पर सरकारी चिकित्सा संस्थानों के लिए मिलती है।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< विद्युत विभाग ने चलाया अभियान, वसूले 3 लाख
29 को लखनऊ में सूबे भर से जुटेगा चौहान समाज, केशव मौर्य करेंगे संबोधित >>