बाल श्रम को ले जाए जा रहे थे बच्चे, औड़िहार जीआरपी की सक्रियता ने परिजनों से दोबारा कराई मुलाकात
सैदपुर। छह से 10 वर्ष के बच्चों को बालश्रम के लिए ले जाते समय औड़िहार जंक्शन पर जीआरपी प्रभारी सुभाषचंद्र ने ट्रेन रुकवाकर गुरुवार की शाम को बरामद किया। जीआरपी प्रभारी ने बच्चों के घर वालों को बुलाकर उन्हें सुपुर्द किया। गोरखपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस में देवरिया जनपद के भटनी थाना क्षेत्र के चाँदपार निवासी प्रदीप पटेल अपने नाबालिग बच्चों गोलू पटेल और अंकित पटेल के साथ ही छह से 10 वर्ष आयु वर्ग के कुछ और बच्चों को लेकर जा रहा था। मुखबिर की सूचना पर औड़िहार जंक्शन पर जीआरपी प्रभारी ने प्रदीप पटेल के साथ सभी बच्चों को ट्रेन से उतार लिया। सभी बच्चों से बात कर उनके घरवालों से फोन से बात किया तो उन्होंने बताया कि गरीबी से परेशान होकर उन्होंने बच्चों को भेजा है। जीआरपी ने सभी बच्चों के घर वाले शुक्रवार को यहां पहुंचे तो जीआरपी प्रभारी ने उनके घर वालों को सौंपा। बिहार के गोपालगंज जिले के विजयपुर थाना क्षेत्र के शिवपुर पगरा बाजार निवासी आठ वर्षीय मुकेश को उसकी मां तेतरी देवी, आठ वर्षीय कृष्णा को उसकी मां ज्ञानी देवी, सात वर्षीय गोविंद को उसके जीजा सोनू मंडल, आठ वर्षीय मोनू को उसकी अनिता, छह वर्षीय सूरज को उसकी मां बिजली देवी, 10 वर्षीय मोटू को उसकी दादी किस्मती देवी को सुपुर्द कर दिया गया। प्रदीप पटेल को उसके दोनों बच्चों को सुपुर्द कर दिया। जीआरपी प्रभारी ने बताया कि मामला सभी बच्चों को उनके घरवालों को सपुर्द कर दिया गया।