लोगों के भय और भ्रांतियों को दूर कर कोरोना का टीका लगवाने को जागरूक कर रही हसीना
गोरखपुर। जनपद के गीता प्रेस क्षेत्र में कोविड टीके के प्रति भ्रांतियों के कारण लोग टीका नहीं लगवा रहे थे। बसंतपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने इसी इलाके की नगर निगम की पूर्व कर्मचारी आशिया खातून उर्फ हसीना को टीका लगाया और उन्हें दूसरों को प्रेरित करने के लिए तैयार किया। हसीना इस मुहिम से जुटीं तो 150 से ज्यादा लोगों ने टीकाकरण करवा लिया, मुहिम अब भी जारी है। हसीना जैसे लोगों से प्रेरित होकर समुदाय टीकाकरण के लिए आगे आने लगा है। इस काम में खुद टीकाकरण करवाने वाले काफी मददगार साबित हो रहे हैं। हसीना के समझाने पर 20 वर्षीया सना के पूरे परिवार ने कोविड टीकाकरण करवाया। सना बताती हैं कि पहले क्षेत्र का कोई व्यक्ति टीका लगवाने के लिए तैयार नहीं था। हसीना की मदद से सभी को बात समझ में आई और सभी ने टीका लगवाया। बुखार होने के कारण खुद सना टीका नहीं लगवा सकीं लेकिन वह आने वाले समय में टीका लगवा लेंगी। बसंतपुर की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. पल्लवी श्रीवास्तव का कहना है कि हसीना की मदद से इस इलाके में और भी लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। हसीना का कहना है कि वह लोगों को यह समझाती हैं कि टीके का कोई दुष्प्रभाव नहीं है। उन्होंने खुद टीका लगवाया है और कोई दिक्कत नहीं हुई। तुर्कमानपुर क्षेत्र के पहाड़पुर और कसाई टोला में भी टीके के प्रति काफी भ्रांतियां थीं। इस इलाके में यहां के प्रबुद्धजन खुर्शीद अहमद और डॉ. जहीर की मदद से टीकाकरण कार्यक्रम को गति मिल रही है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिशा चौधरी का कहना है कि खुर्शीद अहमद ने अपने घर के पास टीकाकरण बूथ बनवाया और लोगों को टीके के लिए प्रेरित किया। उनकी मदद से हजारों लोगों का टीकाकरण करवाया जा सका। डॉ. जहीर की मदद से भी सैकड़ों लोगों को टीका लगवाने में कामयाबी हासिल हुई है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज कुमार पांडेय का कहना है कि इस समय कोविड टीकाकरण के लिए घर-घर टीम जा रही हैं। समुदाय के बीच से ही लोग सहयोग करें तो टीकाकरण को गति देना आसाना होगा। टीका सुरक्षित है और असरदार भी। 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को टीकाकरण करवाना चाहिए। सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दूबे ने कहा कि जिन लोगों ने कोविड टीका नहीं लगवाया है वह आशा कार्यकर्ता की मदद से टीका अवश्य लगवा लें। जिन्होंने टीके की दूसरी डोज नहीं ली है वह भी तय समय पर दूसरी डोज ले लें। टीके की दोनों डोज लेने के बाद भी मास्क के इस्तेमाल, हाथों की स्वच्छता और दो गज की दूरी के नियमों का सख्ती के साथ पालन करें।