जमीन के चक्कर में सगे खून ने पार कर दी हद, बड़े भाई को घेरकर छोटे भाई व भतीजों ने जिंदा फूंका, मौत के पूर्व दिया बयान





कासिमाबाद। क्षेत्रीय भाषा में एक कहावत है कि जर, जोरू और जमीन का चक्कर काफी खतरनाक होता है। इनके चक्कर में न तो कोई सगा रह जाता है और न ही कोई अपना। ये बात बीती रात कासिमाबाद में चरितार्थ हो गई। थानाक्षेत्र के सुरवत स्थित कौशिक महाविद्यालय के सामने रविवार की देररात जमीनी विवाद में छोटे भाई व उसके बेटे इस कदर नृशंस हो गए कि उन्होंने मिलकर बड़े भाई को जिंदा जला दिया। जिसमें उसकी दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद सभी फरार हो गए। इस मामले में मृतक के पुत्र ने 7 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। वहीं मृतक ने भी मौत से पूर्व बयान दे दिया है। अवराकोल निवासी छोटेलाल का अपने छोटे भाई अच्छेलाल से पैतृक संपत्ति को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा है। रविवार को अच्छेलाल विवादित जमीन पर निर्माण कराने लगा। जिस पर छोटेलाल ने विरोध जताया तो काम रूक गया लेकिन ये बात अच्छेलाल को बेहद नागवार गुजरी। इसके बाद छोटेलाल बाइक से मऊ चला गया। देररात में जब वो वापस लौट रहा था और सभी सुरवत के पास था, तभी वहां अच्छेलाल ने अपने पुत्रों के साथ मिलकर उसे घेर लिया और उसे पीटने लगे। लेकिन वो इस कदर पागल हो गए थे कि उन्होंने छोटेलाल पर पेट्रोल छिड़ककर उसे जिंदा जला दिया। देखते ही देखते छोटेलाल आग का गोला बनकर चीखने लगा तो ग्रामीण उधर दौड़े। लेकिन तब तब हत्यारे फरार हो चुके थे। घटना के बाद पहुंचे परिजनों ने किसी तरह आग बुझाई और पुलिस ने उसे गंभीर हाल में मऊ स्थित अस्पताल पहुंचाया। जहां पुलिस को छोटे भाई व उसके बेटों द्वारा आग लगाने का बयान देने के बाद छोटेलाल की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया। घटना के बाबत मृतक के पुत्र आशुतोष बौद्ध ने चाचा व उसके पुत्र धीरेंद्र बौद्ध, राघवेंद्र बौद्ध समेत 7 के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया। इधर घटना के बाद पूरे गांव में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस हत्यारोपियों की गिरफ्तारी में जुट गई है। गौरतलब है कि मृत्यु के पूर्व मृतक द्वारा दिया गया बयान को सबसे मजबूत सुबूत माना जाता है।



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