पीठासीन व मतदान अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम से गायब रहे 78 कर्मी, जिला निर्वाचन अधिकारी ने 1 दिन का वेतन काटने के साथ दिया एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश, हड़कंप


गाजीपुर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को सकुशल, निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के उद्देश्य से बुधवार को दो पालियों में पीठासीन, मतदान अधिकारी प्रथम, मतदान अधिकारी द्वितीय एवं मतदान अधिकारी तृतीय को गाजीपुर स्थित स्वामी सहजानन्द पीजी कालेज में प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान प्रशिक्षण में अनुपस्थित 78 कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने एक दिन का वेतन काटने व उनके खिलाफ एफआईआर कराने का निर्देश दिया। जिसके बाद हड़कंप मच गया। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनरो द्वारा कार्मिकों को मतदान से पूर्व, पार्टी रवानगी, मतदान के दिन तक आदि कार्यो की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी तथा कोविड-19 के बढते प्रकोप को देखते हुए मास्क का प्रयोग तथा बार-बार सेनेटाईजेशन करने को कहा गया। प्रशिक्षण के प्रथम पाली में सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक 1948 कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें 10 पीठासीन अधिकारी, 6 प्रथम मतदान अधिकारी, 6 द्वितीय मतदान अधिकारी व 4 तृतीय मतदान अधिकारियों समेत कुल 26 कर्मी अनुपस्थित रहे। इसके अलावा द्वितीय पाली में दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक 1948 कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया जिसमें 16 पीठासीन अधिकारी, 15 प्रथम मतदान अधिकारी, 10 द्वितीय मतदान अधिकारी व 11 तृतीय मतदान अधिकारी समेत कुल 52 कर्मी अनुपस्थित रहे। जिस के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी एमपी सिंह ने अनुपस्थित कर्मियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश देते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया। वेतन काटने के साथ ही एफआईआर दर्ज होने का पता चलते ही सभी में हड़कंप मच गया।