नाखूनों के बीच जमी मैल भी हो सकती है घातक, कोरोना जैसे अदृश्य दुश्मन से बचने के लिए करें ये उपाय





ग़ाज़ीपुर। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में सजगता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। लड़ाई जब एक अदृश्य और अंजान वायरस के खिलाफ चल रही हो तो हमें हर एक छोटे-बड़े मोर्चों पर सतर्क रहना होगा तभी हम खुद के साथ घर-परिवार और समुदाय को सुरक्षित रख सकेंगे। इसलिए आपको यह भी पता होना चाहिए कि आपके नाखूनों के बीच जमा मैल में भी कोरोना वायरस या बैक्टीरिया हो सकते हैं जो कि खाते-पीते समय मुंह के रास्ते पेट तक पहुँच सकते हैं और इस लड़ाई में आपको कमजोर कर सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जहाँ इस मुश्किल दौर में हर किसी को सुरक्षित बनाने को लेकर तरह-तरह की अपील की जा रही है वहीं इस बारे में भी जागरूक किया जा रहा है कि अगर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचना है तो नाखूनों को छोटा रखें। इस बारे में एसीएमओ डॉ. उमेश कुमार का कहना है कि हमारे नाखूनों के बीच मैल बड़े आसानी से जमा हो जाती है। इस मैल में वायरस या बैक्टीरिया भी हो सकते हैं। इसलिए नाखून को छोटा रखें और हाथ अच्छी तरह से धोएं। बहुत से लोगों की आदत नाखूनों को चबाने की होती है, जो कि बहुत ही नुकसानदायक साबित हो सकती है, उससे तौबा करने में ही भलाई है। कोरोना वायरस को पूरी तरह से मात देने वाली वैक्सीन जब तक नहीं मिल जाती तब तक तो हमें इन्हीं छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखते हुए सजगता के साथ लड़ाई लड़नी है।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< जिले के इन चुनिंदा निजी अस्पतालों में शुरू होगी आकस्मिक सेवाएं, सैदपुर में वर्ल्डग्रीन तो गाजीपुर में शम्मे हुसैनी हॉस्पिटल भी हैं शामिल
संविदाकर्मियों को नियमित कर्मी बनाने के लिए जमानियां विधायक ने उठाया बड़ा कदम, मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर की मांग >>