दुस्साहस : कोटेदार की शिकायत करने पर 12 गरीबों को अपात्र बताकर निरस्त कराया गया राशन कार्ड, ठेला चालक को भी विभाग ने बताया अपात्र, पीड़ितों ने डीएम से की ये मांग





सैदपुर। क्षेत्र के रावल गांव स्थित कोटेदार के खिलाफ शिकायत करना गांव के शिकायतकर्ताओं को भारी पड़ गया। जिसके बाद कोटेदार द्वारा सभी के राशन कार्ड को कटवाने की बात सामने आई है। इस मामले में गांव निवासिनी महिला समेत 7 लोगों ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र लिखकर कटे हुए कार्ड को पुनः सुचारू कराने की मांग की है। गांव निवासिनी चंद्रकला देवी के अनुसार उनके पति मुंबई में ठेला चलाते हैं और वर्तमान में वहीं पर फंसे हैं। चंद्रकला देवी ने बताया कि गांव के कोटेदार पर घटतौली आदि का आरोप लगाते हुए बीते अप्रैल माह में उपजिलाधिकारी से शिकायत की थी। शिकायत के बाद गांव जाकर एसडीएम ने कोटेदार को समझाया भी था। जिसके बाद कोटेदार ने राशन सुचारू देना शुरू कर दिया। चंद्रकला आदि कई कार्डधारकों ने पुनः घटतौली को लेकर कोटेदार से कहा। चंद्रकला, उषा, रीना, सुशीला, गुड़िया, मंजू, इंद्रा आदि का आरोप है कि इसके बाद कोटेदार व ग्राम प्रधान ने मिलीभगत करके विरोध करने वाले 12 लोगों का नाम सूची से कटवा दिया। ये कार्रवाई शनिवार को की गई और चंद्रकला, सुशीला, रीना आदि के मामले में कार्ड को निरस्त करने का कारण ये बताया गया है कि परिवार अपात्र है। चंद्रकला के अनुसार उसके पति मुंबई में ठेला चलाने का काम करते हैं, इस लिहाज से स्पष्ट है कि ये कार्रवाई जान-बूझकर कराई गई है। इस मामले में पीड़ितों ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कार्ड को पुनः सुचारू कराने की गुहार लगाते हुए कहा कि है कि अगर उनका कार्ड पुनः नहीं बना तो इस लॉक डाउन की घड़ी में वो भूखमरी से मर जाएंगी। इस मामले में उपजिलाधिकारी अनिरूद्ध सिंह को फोन करने पर संपर्क नहीं हो सका। कुछ भी हो, रावल गांव में सरकार के उस दावे की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं, जिसमें केंद्र व योगी सरकार बार-बार पात्रों तक राशन पहुंचने के दावे कर रही है। यहां तक कि बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा वीडियो कान्फ्रेसिंग करके गाजीपुर जिले में राशन वितरण में भारी अनियमितता की शिकायत पर नाराजगी दिखाई जा चुकी है। उनकी नाराजगी के बाद उस समय तो जिले भर में ताबड़तोड़ कार्यवाहियां शुरू हो गई थीं, अधिकारी शिकायतें मिलने पर कोटेदारों के खिलाफ जांच करने भी पहुंचते थे और दोषी मिलने पर कार्यवाहियां भी हुई थी लेकिन दिन बीतने के साथ ही अब एक बार फिर से नतीजा ढाक के तीन पात है।



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