मुंबई से भगाए जाने पर ऑटो से पूरा परिवार लेकर 7 दिनों बाद गाजीपुर पहुंचा युवक, वाराणसी प्रशासन की सामने आई लापरवाही





खानपुर। कोरोना संक्रमण काल में पलायन का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। जनपद की सीमा पर प्रतिदिन सैकड़ों लोगों का गोमती पुल पर जमावड़ा लग रहा है। वहीं वाराणसी पुलिस की लापरवाही और प्रशासनिक अनदेखी से पैदल, बाइक सवार, आटो, ठेला गाड़ियों से आये लोगो की भीड़ सिधौना पुलिस के लिए सिरदर्द बन रही है। रविवार की सुबह करीब 10 ऑटो चालक अपनी पूरे परिवार के साथ मुंबई से ही आए थे। जिसमें पत्नी, बच्चे समेत बुजुर्ग परिजन भी थे। गोमती पुल पर आए ऑटो चालकों ने बताया कि मुम्बई के अलग-अलग शहरों मे हम लोगों पर दबाव डालकर वहां से भगाया जा रहा है। मकान मालिकों द्वारा मकान से निकाल दिया जा रहा है। पड़ोसी दुकानदार राशन देने से मना कर रहे है। इस हालत में परिजनों को लेकर भागना ही एकमात्र विकल्प बचा था। छोटे-छोटे बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों को लेकर लगातार सात दिनों से चलते हुए यहां तक पहुंचे हैं। बताया कि लगातार यात्रा के चलते बच्चों व महिलाओं को उल्टी के साथ दस्त हो रहे हैं।



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