गाजीपुर : राष्ट्रीय डेंगू दिवस पर सीएमओ ने बताई डेंगू मुक्त समाज की बारीकियां, 19 मई से रात में जाकर लोगों के खून की जांच करेंगे एलटी


गाज़ीपुर। डेंगू रोग मादा एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। ये मच्छर रुके हुए साफ पानी में पनपते हैं। इसलिए आवश्यक है कि घरों में मौजूद कूलर, गमले के नीचे जमा पानी, टायरों, छत और खाली पात्रों में जमा हुए पानी को हर हफ्ते खाली करें, जिससे मच्छर के लार्वा न पनप सकें। समय पर जांच और उपचार कराने से डेंगू पूरी तरह ठीक हो सकता है। लापरवाही करने से यह गंभीर रूप ले सकता है। उक्त बातें शुक्रवार को सीएमओ डॉ सुनील पाण्डेय ने राष्ट्रीय डेंगू दिवस के मौके पर सीएमओ कार्यालय सभागार में आयोजित गोष्ठी में कहीं। बताया कि इस वर्ष डेंगू दिवस की थीम ’देखें, साफ करें, ढंके, डेंगू को हराने के उपाय करें’ रखी गई है। इसके लिए डेंगू एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों से बचाव एवं रोकथाम के लिए अधिक से अधिक लोगों में जागरूकता लाने की जरूरत है। कहा कि आशा कार्यकर्ताओं द्वारा रोकथाम के लिए ‘क्या करें और क्या न करें’ के बारे में बताया जाए। घर व आसपास कहीं भी जल जमाव न होने दें। डेंगू की रोकथाम के लिए विभाग ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। एसीएमओ व नोडल अधिकारी डॉ जेएन सिंह ने बताया कि तालाब और नालियों की नियमित सफाई, फॉगिंग-छिड़काव की व्यवस्था कराने के साथ संक्रमण और प्रदूषण के लिए उत्तरदायी खुली नालियों को ढंककर रखें। कहा कि नगरीय एवं ग्रामीण इलाकों में पेयजल स्रोतों एवं संसाधनों से शौचालयों के सीवर को उचित दूरी पर स्थापित करें। इस कार्य को पूरा करने के लिए जिला मलेरिया अधिकारी, नगर विकास और पंचायती राज विभाग का सहयोग लें। संचालन कर रहे जिला मलेरिया अधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि डेंगू, वायरल और मच्छर जनित रोग है। इससे ग्रसित मरीजों का बदन टूटता है और अधिक दर्द होता है। डेंगू बुख़ार के कुछ लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, त्वचा पर लाल चकत्ते तथा मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द शामिल होता है। डेंगू का एक लक्षण रक्तस्रावी बुख़ार भी है, जिसके कारण रक्त ले जाने वाली नलिकाओं में रक्तस्राव या रिसाव होता है। इससे प्लेटलेट्स का स्तर कम धीरे-धीरे कम होने लगता है। दूसरा डेंगू शॉक सिंड्रोम है, जिससे खतरनाक रूप से निम्न रक्तचाप (ब्लडप्रेशर) होता है। इस प्रकार के कोई भी लक्षण दिखते ही नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में जाकर सम्पूर्ण इलाज कराएं। जनपद के सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा जिला अस्पताल में जांच व उपचार की सुविधा उपलब्ध है। इसके बाद जनपद मुख्यालय पर सभी सामुदायिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के एलटी एवं स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों को आगामी 19 से 24 मई तक नाइट ब्लड सर्वे अभियान संबंधी आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके एसीएमओ डॉ मनोज सिंह आदि रहे।