सैदपुर : ई-फॉर्मर रजिस्ट्री कार्य के बीच बाधा बन रहा धीमा सर्वर, आधी रात में ही चलेगा सर्वर तो कैसे होगा काम, अब तक सिर्फ 25 फीसदी पंजीकरण
सैदपुर। शासन की महत्वाकांक्षी योजना ई-फॉर्मर रजिस्ट्री को हर हाल में पूर्ण कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। इसके लिए तहसील प्रशासन किसानों को जागरूक करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है, साथ ही जनसेवा केंद्रों को भी निर्देश दिया जा रहा है। इसी क्रम में क्षेत्र के शादियाबाद व नंदगंज स्थित जनसेवा केन्द्रों का ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रामेश्वर सुधाकर सब्बनवाड ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान ई-फार्मर रजिस्ट्री को पूर्ण करने में सर्वर की समस्या देखने को मिली। पता चला कि सर्वर न चलने के कारण मोबाइल पर ओटीपी नहीं आ रहा है। जिससे काफी समस्या हो रही है। किसानों की इस समस्या को देखते हुए उन्होंने सुबह में जल्दी और देररात तक जनसेवा केंद्रों को खोलने के निर्देश दिए। बता दें कि ई-फॉर्मर रजिस्ट्री को लेकर शासन सख्त है। जिसके लिए प्रशासन भी सख्त दिख रहा है। लेकिन तकनीकी समस्याओं के चलते वर्तमान में ये किसानों और अधिकारियों सहित जनसेवा संचालकों के लिए सिरदर्द बन गया है। तहसीलदार देवेंद्र यादव ने बताया कि क्षेत्र में सर्वर की परेशानी के चलते ई-फॉर्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण की गति तेज नहीं हो पा रही है। बताया कि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के निर्देश पर कृषि विभाग के साथ ही राजस्व व पंचायत विभाग के संबंधित कर्मचारी दिन-रात किसानों का पंजीकरण करने में जुटे हुए हैं। जनसेवा संचालकों ने बताया की धीमे सर्वर के वजह से आधी रात से भोर तक ही ओटीपी आ रही है और उस समय किसान सोएंगे या अपना पंजीकरण कराएंगे। इसके चलते ई-फार्मर रजिस्ट्री के कार्य में तेजी नहीं आ पा रही है। किसानों की समस्याओं को देखते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व नायब तहसीलदार विजयकान्त पाण्डेय ने क्षेत्र के शादियाबाद और नंदगंज स्थित जन सेवा केंद्र का निरीक्षण किया और वहां आए किसानों की समस्याओं को सुना। जनसेवा संचालक ने बताया कि उनके द्वारा रातों को जागकर ई-फॉर्मर रजिस्ट्री का कार्य किया जा रहा है, लेकिन ओटीपी की समस्या के कारण वो पूर्ण नहीं हो पा रहा है। जिस पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने क्षेत्र के सभी जनसेवा केन्द्रों को तड़के सुबह और देर रात तक खोलने को कहा है, ताकि समय रहते कार्य पूर्ण हो सके। बता दें कि तहसील क्षेत्र में किसान सम्मान निधि पाने वाले किसानों की संख्या 1 लाख 19 हजार 500 है। जिसमें से मंगलवार शाम तक करीब 25 प्रतिशत किसानों की ई-फॉर्मर रजिस्ट्री हो चुकी है।