सैदपुर : महिंचा के रामयश जनहित इंटर कॉलेज में डीआईओएस के औचक निरीक्षण से सामने आई बड़ी धांधली, सिर्फ कागजों पर चल रहा है कॉलेज
सैदपुर। क्षेत्र के महिंचा देवंचदपुर स्थित रामयश जनहित इंटर कालेज में बेहद धांधली सामने आई है। ये कॉलेज वर्तमान में कागजों में ही चल रहा है। यहां बच्चे तो आते ही नहीं हैं और शिक्षक भी मनमाने तरीके से आते और जाते हैं। इस बात का खुलासा सोमवार को तब हुआ, जब जिला विद्यालय निरीक्षक भाष्कर मिश्रा ने कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। इसके बाद तो नाराज डीआईओएस ने वहां कार्यरत सभी शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का वेतन जनवरी माह से अग्रिम आदेश तक रोक दिया। डीआईओएस कॉलेज पर दोपहर में पहुंचे तो वहां एक भी छात्र या छात्रा उपस्थित नहीं थे। सिर्फ दो शिक्षक मौजूद थे और प्रधानाचार्य समेत अन्य शिक्षक मौके से गायब थे। मौजूद शिक्षकों से पूछने पर उन्होंने बताया कि सभी शिक्षक आकस्मिक अवकाश पर हैं, लेकिन जब उन्होंने उनके छुट्टी के प्रार्थनापत्र मांगे तो किसी का भी लिखित आवेदन नहीं था। यहां तक कि किसी ने मानव संपदा पोर्टल पर भी छुट्टी का आवेदन नहीं किया था। कक्षा 6, 7 व 8 की उपस्थिति पंजिका में बीते अक्टूबर 2024 तक छात्र-छात्राओं की उपस्थिति तोदर्ज थी, लेकिन अद्यतन उपस्थिति विवरण पंजिका में नहीं था। कक्षा नौ में मात्र चार छात्र-छात्राओं का पंजीकरण बीते साल के जुलाई माह में पाया गया, इसके बाद का रजिस्टर पूर्ण नहीं था। वहीं कक्षा 10 में अक्टूबर 2024 के बाद का कोई विवरण ही नहीं दर्ज था। विद्यालय में सफाई व्यवस्था तक ठीक नहीं थी। हर तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ था। पेयजल की भी समुचित व्यवस्था नहीं थी। शिक्षक अमित प्रताप, मीरा सिंह, नीलू कुमार, तुषार पांडेय, मनीष कुमार सिंह बिना किसी पूर्व सूचना के कॉलेज से गायब थे। ये देखकर जिला विद्यालय निरीक्षक के तेवर चढ़ गए और वो नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि अब तक ऐसा विद्यालय पूरे जिले में उन्होंने कहीं नहीं देखा है। इसके बाद उन्होंने सभी का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया। साथ ही रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों के यहां भिजवाया।