गाजीपुर : मकर संक्राति पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई आस्था की डुबकी, भीषण गलन पर भारी पड़ी आस्था, समाजसेवी ने गोवंशों को भी खिलाया अनाज
सैदपुर/देवकली। मकर सक्रांति के अवसर पर मंगलवार को गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में स्नान के लिए भोर से दोपहर तक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। इस दौरान सैदपुर नगर के सभी गंगा घाटों सहित चकेरी धाम, देवचंदपुर, नारीपंचदेवरा, रामपुर मांझा, दुबैठा, धरवां, मटखन्ना, मौनी बाबा धाम, चोचकपुर, फुलवारी आदि घाटों पर सुबह से शाम तक स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुटी रही। जिससे मेले जैसा दृश्य बना रहा। पूरा क्षेत्र हर हर महादेव, हर हर गंगे के जयघोष से गूंज रहा था। सैदपुर में समाजसेवी रमेश यादव डब्लू ने अपने साथी सुजीत सिंह, पुनीत बरनवाल, विशाल नाविक, अजय सोनकर, अंबुज सनातनी, ऋषु निषाद, अंकुश आदि के साथ मकर संक्रांति पर न सिर्फ लोगों में खाद्यान्न का वितरण किया, बल्कि गोवंशों की सेवा करते हुए उनको भी अनाज, खाद्यान्न आदि खिलाया। कहा कि आमतौर पर हम सिर्फ अपने बीच के लोगों में अन्न का वितरण करते हैं। लेकिन गोमाता को भी मकर संक्रांति पर अनाज आदि खिलाना चाहिए। इधर कड़ाके की ठंड के बावजूद लोगों की आस्था भारी पड़ी। हैरानी की बात रही कि पिछले कई दिनों से रोजाना धूप निकल रही थी लेकिन मकर संक्रांति के दिन पूरे दिन में एक बार भी भगवान सूर्य ने अपनी आंखें नहीं खोलीं। जिससे गलन में काफी इजाफा हो गया। स्नान के बाद लोगों ने गरीबों में लाई, चूड़ा, चावल, दाल, तिलवा, तिलकुट आदि सामग्री का दान दिया। मान्यता है कि मकर संक्राति को अन्न व वस्त्र दान करने से सभी कार्यों में सफलता हासिल होती है और घर में सुख-शांति का आगमन होता है, साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं घाटों पर उमड़ी भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सभी घाटों पर पुलिस की तैनाती रही।