जिले के 46 केंद्रों पर मनाया गया पीएमएसएमए दिवस, महिला अस्पताल में बेड बढ़ाने और एनेस्थेटिक डॉक्टर के लिए प्रस्ताव भेजेंगे सीएमओ


गोरखपुर। जिले की 46 चिकित्सा इकाईयों पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस मनाया गया। इस दौरान सीएमओ डॉ राजेश झा ने जिला महिला अस्पताल में हुए आयोजन में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि इस दिवस पर प्रत्येक महीने की पहली, 9, 16 और 24 तारीख को गर्भवती को विशेषज्ञ चिकित्सक से जांच की सुविधा प्रदान की जाती है। गर्भावस्था के दूसरे और तीसरे तिमाही में विशेषज्ञ चिकित्सक से जांच काफी महत्वपूर्ण है। इस जांच की मातृ शिशु मृत्यु दर को कम करने में अहम भूमिका है। इस दौरान सीएमओ ने जिला महिला अस्पताल की समस्याओं पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ शोभावती देवी से हुई चर्चा के क्रम में महिला अस्पताल के नवजात स्वास्थ्य सेवा से जुड़े वार्ड में बेड बढ़ाने और बेहोशी के डॉक्टर की तैनाती के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। अस्पताल में गुणवत्तापूर्ण पीएमएसएमए दिवस का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को सीएमओ की मौजूदगी तक 84 गर्भवती को सेवाएं दी जा चुकी थी। सीएमओ ने बताया कि जिले में आयोजित प्रत्येक पीएमएसए दिवस पर औसतन 3 से साढ़े 3 हजार गर्भवती को विशेषज्ञ चिकित्सक से जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। जिन गर्भवती में अल्ट्रासाउंड की आवश्यकता होती है, उन्हें ई-वाउचर जेनेरेट कर दिया जा रहा है, जिसकी मदद से वह सम्बद्ध निजी अल्ट्रसाउंड सेंटर पर भी निःशुल्क सुविधा प्राप्त कर रही हैं। जिले भर में आज 1200 से ज्यादा ई-वाउचर जेनेरेट किये गये, जिनकी मदद से गर्भवती ने अल्ट्रासाउंड की निःशुल्क सुविधा प्राप्त की। डॉ झा ने बताया कि पीएमएसएमए दिवस पर उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) की भी पहचान की जा रही है, ताकि समुचित प्रबंधन से सुरक्षित प्रसव सुनिश्चित कराया जा सके। इससे जच्चा बच्चा के जीवन की रक्षा होती है। प्रत्येक पीएमएसए दिवस पर औसतन सौ से अधिक एचआरपी चिन्हित हो रही हैं और उन्हें सरकार द्वारा उपलब्ध सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है। सीएमओ ने जिला महिला अस्पताल में पोषण पुनर्वास केंद्र, एसएनसीयू और लैक्टेटिंग मैनेजमेंट यूनिट को भी देखा। इस मौके पर सीएमएस डॉ शुभावती देवी, एसीएमओ आरसीएच डॉ एके चौधरी, डिप्टी सीएमओ डॉ राजेश, क्वालिटी मैनेजर डॉ कमलेश, मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता डॉ सूर्यप्रकाश आदि रहे।