गाजीपुर : हाईवे पर घूम रहे निराश्रित गोवंशों को एक सप्ताह में संरक्षित करने का डीएम ने दिया आदेश, कई बीडीओ, ईओ आदि से मांगा स्पष्टीकरण





गाजीपुर। जिले भर के गो-आश्रय स्थलों की स्थिति के बाबत जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने कलेक्ट्रेट सभागार में अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की जनपद स्तरीय बैठक की। जिसमें उन्होंने विशेष गो-संरक्षण अभियान की गहन समीक्षा करते हुए 10 से कम गो-संरक्षा वाले ब्लॉकों के बीडीओ, पशु चिकित्साधिकारी, नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों के ईओ को स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया। इस दौरान उन्होंने कासिमाबाद सादात, भदौरा, करण्डा, बाराचंवर, भांवरकोल व जमानियां के पशु चिकित्साधिकारी, गाजीपुर व मुहम्मदाबाद की नगर पालिका, बहादुरगंज, दिलदारनगर, जंगीपुर व सादात नगर पंचायत के ईओ को स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया। बैठक में जिलाधिकारी ने विशेष अभियान चलाकर खेतों एवं सड़कों पर घूम रहे शत प्रतिशत निराश्रित गोवंशों को आगामी 31 सितंबर तक संरक्षित करने का निर्देश दिया। उन्होंने वाराणसी-गोरखपुर फोरलेन आदि पर घूम रहे निराश्रित गोवंशों को आगामी 1 सप्ताह में संरक्षित करने का निर्देश दिया। डीएम ने इस विशेष अभियान के अनुश्रवण के लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को कन्ट्रोल रूम स्थापित कर प्रतिदिन प्रगति लेने का भी निर्देश दिया। इसके बाद सभी खण्ड विकास अधिकारियों एवं पशु चिकित्साधिकारियों को गो-आश्रय स्थलों का नियमित भ्रमण करते हुए वहां पायी गयी कमियों का निराकरण कराने का निर्देश दिया। कहा कि गो-आश्रय केंद्रों पर ग्राम सचिव की प्रतिदिन उपस्थिति होनी चाहिए। इसके बाद उन्होंने गो-आश्रय स्थलों पर गोबर के निस्तारण के लिए वर्मी कम्पोस्ट पिट बनाने का भी निर्देश दिया। कहा कि सभी निर्माणाधीन अस्थायी गो-आश्रय स्थलों को तत्काल पूर्ण कराकर क्रियाशील किया जाए। बैठक में उन्होंने गो-आश्रय स्थलों से सम्बद्ध चारागाह की भूमि पर हरे चारे की बुआई की प्रगति अत्यन्त कम होने पर नाराजगी जताते हुए बुआई का निर्देश दिया। कहा कि इसकी नियमित निगरानी जिला विकास अधिकारी द्वारा की जाएगी। इसके बाद गो-आश्रय स्थलों में मौजूद गैप प्रतिपूर्ति (एसएफसी पूलिंग) की प्रगति कम होने पर जिला पंचायत राज अधिकारी को तत्काल पूलिंग कराने का निर्देश दिया। बैठक में मौजूद गो-आश्रय स्थलों के नोडल अधिकारियों को अपने भ्रमण में गो-आश्रय स्थलों पर साफ-सफाई, चारा, पीने का साफ पानी, पर्याप्त शेड एवं रात्रि में केयर टेकर की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। इस मौके पर सीडीओ संतोष कुमार वैश्य, डीडीओ सुभाष चन्द सरोज, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ अरविन्द शाही, डीपीआरओ अंशुल मौर्या आदि रहे।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< गाजीपुर : बाढ़ में खतरनाक बन चुके पोस्ताघाट मंदिर की काटी गई बिजली, एसएसओ की मनमानी पर लोगों में आक्रोश, एसडीओ ने किया डैमेज कंट्रोल
भीमापार : विद्युत टीम ने चलाया अभियान, 10 बकाएदारों की बिजली काटकर दी चेतावनी, 1 लाख की हुई वसूली >>