गाजीपुर : नहीं रहे भोजपुरी के विख्यात गीतकार ‘मनज’, 95 साल की उम्र में ली आखिरी सांस





गाजीपुर। भोजपुरी के जाने माने गीतकार वंशनारायण सिंह ’मनज’ का हृदयगति रूकने के चलते निधन हो गया। वो 95 वर्ष के थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही क्षेत्र सहित साहित्यप्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई। 1930 में दिलदारनगर के गगरन में जन्मे स्व. मनज ने नहीं एक इंटर कॉलेज में लंबे समय तक भाषा शिक्षक के रूप में अध्यापन किया। इसके बाद वहीं पर अपनी बेटी के साथ रहते थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। इस बीच तबीयत बिगड़ी तो उन्हें उपचार के लिए बिहार के सासाराम ले जाया गया। जहां हृदयगति रूकने के चलते निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को जमानियां के श्मशान घाट पर किया जाएगा। बता दें कि स्व. मनज की कृति ’लिखे कोइलरिया पिरीतिया के पाती’ काफी चर्चित है। उनके निधन पर साहित्यकार राजेन्द्र सिंह, कुमार शैलेन्द्र, डॉ. गजाधर प्रसाद शर्मा ‘गंगेश’, वीरेन्द्र सारंग, रविनन्दन सिंह, डॉ. सुरेश राय, कामेश्वर दुबे, अमरेंद्र प्रताप सिंह, मिथिलेश गहमरी आदि ने शोक संवेदना व्यक्त की।



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