रक्तस्त्राव के बीच तड़पती रही प्रसूता लेकिन उसे अस्पताल ले जाने की बजाय रुपये के लिए लड़ते रहे एम्बुलेंस कर्मी, परिजनों का गुहार लगाने का वीडियो वायरल



सैदपुर। नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक प्रसूता को गम्भीर हाल में छोड़कर सरकारी सेवा के तहत आने वाले 102 व 108 एम्बुलेंस के चालक व ईएमटी अस्पताल परिसर में ही आपस में भिड़ गए और हाथापाई भी करने लगे। इस दौरान रक्तस्त्राव के बीच गम्भीर हाल में जिंदगी और मौत से जूझ रही प्रसूता एम्बुलेंस के अंदर तड़पती रही और उसके परिजन उसे तत्काल उच्च अस्पताल पहुंचाकर जान बचाने की गुहार लगा रहे थे लेकिन चालक व ईएमटी नहीं पसीजे। पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसके बाद हर कोई दोनों की अमानवीयता को कोस रहा है। हुआ ये कि पहाड़पुर निवासी अभिषेक रंजन की गर्भवती पत्नी काजल को सैदपुर सीएचसी लाया गया। जहां उसे पुत्री हुई। इसके बाद उसे बेहद रक्तस्त्राव होने लगा और उसकी हालत बिगड़ गयी। जिसके बाद चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। ये देखकर अभिषेक ने अस्पताल परिसर में ही मौजूद 102 एम्बुलेंस चालक से चलने को कहा तो वो एवज में रुपये मांगने लगा। ये सुनकर अभिषेक ने 108 नम्बर पर फोन करके उसे बुला लिया। जब 108 एम्बुलेंस आया तो उसमें गर्भवती को शिफ्ट किया गया तो 102 एम्बुलेंस का चालक आया और 108 एम्बुलेंस के ईएमटी से ये कहकर झगड़ा करने लगा कि उससे मेरी बात हो चुकी है। उसे अपने एम्बुलेंस से नीचे उतारो। इधर प्रसूता की हालत बिगड़ती रही और उसके परिजन दोनों से गुहार लगा रहे थे कि प्रसूता की हालत खराब है, उसे तुरंत अस्पताल ले चलो। लेकिन उन दोनों पर कोई असर नहीं हुआ। इस बीच किसी ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। अभिषेक में बताया कि दोनों के विवाद के चक्कर में करीब 20 मिनट की देरी हो गयी, जिसमें उसकी जान भी जा सकती थी। बहरहाल, प्रसूता व नवजात दोनों सुरक्षित हैं। इस बाबत अधीक्षक डॉ संजीव सिंह ने बताया कि इस मामले में 102 एम्बुलेंस चालक की गलती सामने आई है। फिलहाल, 108 व 102 एम्बुलेंस के उच्चाधिकारियों को जानकारी दे दी गयी है।