सैदपुर में भाजपा का एक दशक का सूखा खत्म, सुशीला ने पहना ताज तो सरिता नहीं बना सकीं रिकार्ड
सैदपुर। स्थानीय नगर पंचायत चुनाव में चेयरमैन पद पर आखिरकार एक दशक के बाद भाजपा का सूखा खत्म हुआ और भाजपा की प्रत्याशी सुशीला सोनकर ने 459 मतों से जीत हासिल कर चेयरमैन का ताज सिर पर पहना। वहीं एक बार फिर से समाजवादी पार्टी के लिए सैदपुर में अपने दल का चेयरमैन होने का सपना, सपना ही बनकर रह गया। भाजपा प्रत्याशी की जीत के बाद उत्साहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रत्याशी को साथ लेकर ढोल नगाड़ों पर नाचते गाते हुए पूरे नगर का भ्रमण किया और मतदाताओं का आभार प्रकट किया। नगर पंचायत चुनाव में चेयरमैन पद के लिए सपा और भाजपा के बीच पहले व दूसरे चरण में कांटे की टक्कर दिखाई दी। पहले राउंड के बाद सपा की सरिता सोनकर ने 689 वोट से बढ़त ले ली। इसके बाद दूसरे राउंड में बढ़त थोड़ी कम हुई और इसके बाद हर राउंड में बढ़त कम ही होती चली गई। आखिरी राउंड में सुशीला सोनकर ने सरिता सोनकर को 459 मतों के अंतर से पराजित कर ताज पहना। मतगणना के दौरान विजेता सुशीला सोनकर को डाक के दो मतों को लेकर कुल 5707 वोट मिले, वहीं सरिता सोनकर को कुल 5248 वोट मिले। इसके अलावा कांग्रेस को अपना बेस वोट भी नहीं मिल सका और उसमें भी कटौती के साथ ही कुल 1005 वोट प्राप्त हुए। चौथे नंबर पर बसपा की प्रत्याशी रिंकी सोनकर को सिर्फ 628 वोट मिल सका। कांग्रेस व बसपा का ये वोट प्रतिशत हर चुनाव से काफी ज्यादा कम है। जिसकी लोगों में खूब चर्चा थी। बता दें कि नगर पंचायत के गठन के बाद से आज तक सपा का कोई भी चेयरमैन नहीं बन सका है। इसके अलावा काफी समय से एक रिकार्ड ये भी है कि सैदपुर नगर पंचायत की सीट पर एक बार पति व दूसरी बार पत्नी बैठती है। इसके बाद जनता प्रतिनिधि को बदल देती है। इस बार लोगों में चर्चा थी कि शायद रिकार्ड अब टूट जाए, लेकिन आखिरकार सुशीला व अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस रिकार्ड को नहीं टूटने दिया।