नवरात्रि के चौथे दिन कोहड़े की बलि देकर की गई मां कूष्मांडा की आराधना



सैदपुर। बासंतिक नवरात्रि के चौथे दिन सैदपुर के देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी। इस दौरान ब्रह्मांड की निर्माता देवी के चौथे स्वरूप कूष्मांडा की पूजा अर्चना हुई। देवी मंदिरों में सुबह से ही भीड़ जुटी। लोगों ने कोहड़े की बलि देकर देवी को खुश करने का प्रयास किया। मान्यता है कि मां कुष्मांडा ने अपने अट्टाहास से ब्रह्मांड की रचना की थी। उन्हें कोहड़ा की बलि प्रिय है, इसलिए उन्हें कूष्मांडा भी कहा जाता है। इनकी पूजा से रोग व्याधि नष्ट होते हैं और याचक की आयु और यश में वृद्धि होती है।
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